तालिबान सरकार के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने कहा कि इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान, अफगानिस्तान की धरती पर पाकिस्तान की ओर से हुई बमबारी और हमले की कड़े शब्दों में निंदा करता है। इस हमले के बाद से अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच दुश्मनी बढ़ेगी। हम हमलों को रोकने के लिए सभी विकल्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं और अपनी संप्रभुता का सम्मान करने की अपील करते हैं।
ट्विटर पर इस हमले की निंदा करते हुए जबीउल्लाह ने कड़े शब्दों का इस्तेमाल किया। तालिबानी प्रवक्ता ने ट्वीट में लिखा, ‘इस्लामिक अमीरात ऑफ अफगानिस्तान खोस्त और कुनार में शरणार्थियों पर पाकिस्तान के हमलों की कड़े शब्दों में निंदा करता है। अफगानिस्तान सरकार पाकिस्तानी पक्ष से आह्वान करती है कि ऐसे मामलों में अफगानों के संयम की परीक्षा न ले और ऐसी गलती दोबारा न करे, नहीं तो इसके बुरे नतीजे भुगतने होंगे। दोनों देशों के बीच समस्याओं को राजनीतिक तरीकों से सुलझाना चाहिए।
शनिवार को सैकड़ों अफगान नागरिक खोस्त की सड़कों पर उतर आए और पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी की। पिछले साल अगस्त में काबुल पर कब्जा करने के बाद से पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सीमा विवाद बढ़ रहा है। इस्लामाबाद का दावा है कि आतंकी संगठन अफगान धरती से पाकिस्तान पर हमला कर रहे हैं। हालांकि तालिबान ने आतंकवादियों को पनाह देने से इनकार किया है।
पाकिस्तान अफगानिस्तान के साथ मिलती अपनी 2700 किमी की सीमा, जिसे डूरंड लाइन कहा जाता है, पर बाड़ लगा रहा है जिससे तालिबान नाराज है। अफगानिस्तान में यूनाइटेड नेशन्स असिस्टेंट मिशन ने कहा है कि वह हवाई हमलों में हुई नागरिकों की मौतों पर बेहद चिंतित है और हताहतों की संख्या की पुष्टि कर रहा है।
इससे पहले पाकिस्तान ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) आतंकियों के हमले में सेना के सात जवानों की मौत का बदला लेने के लिए अफगानिस्तान पर युद्धक विमानों से गोले बरसाए। अफगानिस्तान के खोस्त और कुनार प्रान्तों में किए गए इन हमलों में 41 लोगों की मौत हुई है। तालिबान और पाकिस्तानी सेना के बीच गोलीबारी भी हुई थी।
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