पश्चिम बंगाल स्थित हांसखाली और काकद्वीप में बलात्कार की घटना का बवाल अभी थमा भी नहीं था कि पूर्व मेदिनीपुर के पिंगला के कालूखंडा इलाके में एक दिव्यांग महिला का अपहरण कर दुष्कर्म का मामला सामने आया है। दुष्कर्म का आरोप टीएमसी नेता पर है। आरोप है कि पीड़िता को थाने में तीन घंटे तक शिकायत दर्ज कराने के लिए बैठा कर रखा गया था। बाद में भारी दबाव के बाद पंचायत सदस्य अभिजीत मंडल को गिरफ्तार किया गया है।
खबरों के अनुसार पीड़िता की मां ने मेदिनीपुर कोतवाली थाने में पुलिस को लिखित शिकायत दी। लेकिन इस दौरान आरोपी पंचायत सदस्य को पिंगला पुलिस ने बुधवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया और रात में गिरफ्तार कर लिया। उल्लेखनीय है कि घटना बीते सोमवार रात की है। लड़की के परिवार ने दावा किया कि घटना की रात इलाके में मध्यस्थता बैठक हुई थी।
मामला दबाने की हो रही कोशिश
पीड़िता के परिवार पर मामले को दबाने की बराबर कोशिश की जा रही है। स्थानीय टीएमसी नेता पीड़ित परिवार पर लगातार सुलह—समझौता के लिए दबाव बना रहे हैं और मामले को वापस लेने की धमकी दे रहे हैं।
गौरतलब है कि मेदिनीपुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पीड़िता का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उसके बाद पीड़िता परिवार ने ईमेल के जरिए शिकायत दर्ज कराई। भाजपा ने आरोप लगाया है कि शिकायतकर्ता को तीन घंटे से अधिक समय तक हिरासत में रखा गया। इन सबके बाद तृणमूल नेता को गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना के बाद टीएमसी के नेताओं में बेचैनी बढ़ गई है। बता दें कि राज्य में लगातार दुष्कर्म के मामले आ रहे हैं। कलकत्ता हाईकोर्ट ने हांसखाली दुष्कर्म मामले में सीबीआई जांच का आदेश दिया है। सीबीआई ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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