चमोली जिले में चोरों ने भगवान के घर के भी ताले तोड़ दिए। पंच केदार में से चतुर्थ केदारनाथ भगवान रुद्रनाथ के दरवाजे असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिए। मंदिर द्वार ही नहीं, बल्कि पुजारियों के घर और धर्मशालाओं के दरवाजों के ताले भी टूटे पाए गए। इस घटना के विरोध में आज गोपेश्वर बाजार बंद रहा और नाराज तीर्थ पुरोहितों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया।
जानकारी के मुताबिक चतुर्थ केदार, केदारनाथ वन प्रभाग के आरक्षित वन क्षेत्र में समुंदर तल से 11808 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। भगवान रुद्रनाथ मंदिर के कपाट शरद ऋतु में बन्द रहते हैं और इस बार ये कपाट 19 मई को खुलने हैं। 9 अप्रैल को वन विभाग के गश्ती दल ने वहां मंदिर द्वार के ताले टूटे देखे तो इसकी सूचना वन विभाग के उच्च अधिकारियों के जरिये जिला प्रशासन तक पहुंच गई। बावजूद इसके किसी भी पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी ने मौके पर जाकर हालात का जायजा नहीं लिया।
आज इस घटना के विरोध में प्रशासन के खिलाफ लोगों का और खास तौर पर तीर्थ पुरोहित समाज का गुस्सा फूटा और गोपेश्वर बाजार बंद हो गया। गोपेश्वर, चमोली जिले का मुख्यालय है और पूरा बाजार ऐसा बन्द हुआ कि चाय तक की कोई दुकान खुली नहीं मिली। शाम को गोपीनाथ मंदिर में इस घटना पर तीर्थ पुरोहित समाज ने महापंचायत बुलाई है।
एसपी श्वेता चौबे का बयान
एसपी श्वेता चौबे ने कहा कि रुद्रनाथ मंदिर में ताला टूटने और तोड़फोड़ की घटना हुई है। वन विभाग का क्षेत्र है हमारी टीम और पटवारी वहां गए हैं और घटना की जांच कर रहे हैं। हम हर हाल में दोषियों को पकड़ेंगे।
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