एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार के घर पर स्टेट ट्रान्सपोर्ट के हड़ताली कर्मचारियों ने चप्पल, खाली बोलत फेंकते हुए हमला किया। इस हमले को लेकर महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी और भारतीय जनता पार्टी के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप चालू हैं। हमलावर ट्रान्सपोर्ट कर्मचारी संगठन के नेता गुणरत्न सदावर्ते को कुछ आंदोलनकारी कर्मचारियों के साथ पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शिवसेना के सांसद संजय राऊत ने इस हमले के पीछे भारतीय जनता पार्टी का हाथ होने का आरोप लगाया है। नेता प्रतिपक्ष देवेन्द्र फडणवीस ने हमले की निंदा करते हुए यह हमला पुलिस इंटेलिजेंस का फेलियर बताया है।
महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल के कर्मचारी पिछले पांच महीनों से हड़ताल पर हैं। स्टेट ट्रान्सपोर्ट का राज्य सरकार में विलय, सातवां वेतन आयोग लागू करना, पेंशन जैसी मांगों को लेकर यह आंदोलन चला था। गुणरत्न सदावर्ते आंदोलनकारियों के नेता हैं और न्यायालय में आंदोलनकारियों के वकील भी। भारतीय जनता पार्टी ने आंदोलन को समर्थन दिया था। भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक आंदोलनकारी कर्मचारियों के साथ आंदोलन में शामिल थे। महामंडल के विलय के अलावा सरकार ने बाकी मांगें पूरी करने का आश्वासन दिया तो आंदोलन खत्म करने की राय भाजपा ने दी थी। आंदोलनकारी नहीं माने तो भाजपा इस आंदोलन से दो महीने पहले बाहर हो गयी थी।
एनसीपी नेता शरद पवार ने ट्रान्सपोर्ट मंत्री अनिल परब, आंदोलनकारी संगठन के नेता की बैठक ले कर हल निकालने का प्रयास किया था। संगठन विलय के विषय में अडिग रहने से वे प्रयास विफल हो गए। उच्च न्यायालय ने हड़ताली कर्मचारियों पर कार्रवाई न करते हुए उन्हे काम पर बुलाने के निर्देश देते हुए कर्मचारियों को 22 अप्रैल तक काम पर जुट जाने के आदेश दिए थे। साथ ही उच्च न्यायालय ने कर्मचारियों को पेंशन, ग्रेच्युटी देने के भी आदेश दिए थे। न्यायालय के आदेश के बाद यह आंदोलन खत्म कर कर्मचारी अपने घर लौटेंगे ऐसा अपेक्षित था। लेकिन लौटते समय कुछ कर्मचारी उत्तेजित होकर एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के घर सिल्वर ओक पर गए। शरद पवार के घर के सामने नारेबाजी की और घर पर चप्पल, जूते, खाली बोतल फेंकने का प्रयास किया। शरद पवार अपनी पत्नी और पोती के साथ घर पर थे। कुछ देर बाद शरद पवार की बेटी सांसद सुप्रिया सुले सिल्वर ओक पहुंचीं। उन्होंने आंदोलनकारियों को शांत हो कर चर्चा से हल निकालने की बात कही।
इस हमले के बाद देवेन्द्र फडणवीस ने हमले की कड़ी निंदा की और इस हमले के बारे में मीडिया को कुछ घंटे पहले मालूम था, लेकिन पुलिस को मालूम नहीं पड़ा। पुलिस इंटेलिजेंस का फेलियर बताकर उसकी जांच करने की मांग की है। भाजपा के नेता आशीष शेलार ने घटना के तुरन्त बाद पूछताछ कर जानकारी ली और पवार के घर की सुरक्षा बढ़ाने की मांग की। शिवसेना के प्रवक्ता और सांसद संजय राऊत ने इस हमले का ठीकरा भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ने का प्रयास किया। आयकर विभाग की कार्रवाई से संजय राऊत भारतीय जनता पार्टी के केंद्र सरकार पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगा चुके हैं। संजय राऊत ने एस. टी. कर्मचारी आंदोलन के नेता गुणरत्न सदावर्ते को भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता करार दिया।
गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल जो एनसीपी से हैं, उन्होंने इस घटना में अज्ञात लोगों का हाथ रहने का दावा किया। अगर इसमें पुलिस इंटेलिजेंस का फेलियर है तो उसकी जांच करने की बात उन्होंने कही। इस विषय में जो तथ्य सामने आए हैं, उसमें यह घटना स्टेट ट्रान्सपोर्ट के हड़ताली कर्मचारियों के आपा खो बैठने से घटी है। इसका किसी राजनीतिक पार्टी से संबंध होने के कोई प्रमाण सामने नहीं आए हैं।
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