पाकिस्तान की राजनीति और नेता भारत की चर्चा के बिना एक कदम भी नहीं चल सकते। अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा भारत के गुण गाना विपक्ष की नेता और पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज को हजम नहीं हुआ। उन्होंने इमरान पर निशाना साधते हुए यहां तक कह दिया कि यदि भारत को इतना पसंद करते हैं तो वहीं क्यों नहीं चले जाते।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे हैं। नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव खारिज किए जाने के बाद मामला सुप्रीम कोर्ट गया। चार दिन सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने अविश्वास प्रस्ताव खारिज करने के नेशनल असेंबली के फैसले को बदल दिया और शनिवार को अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के निर्देश जारी किए। मतदान से एक दिन पहले शुक्रवार को इमरान ने पाकिस्तान के लोगों को संबोधित करते हुए भारत की बहुत तारीफ की थी।
उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान के साथ हिंदुस्तान को आजादी मिली थी। इस दौरान भावुक हो उठे इमरान ने कहा कि उन्हें भारत में बहुत सम्मान और प्यार मिला। भारत को स्वाभिमानी देश बताते हुए कहा था कि दुनिया की किसी ताकत की हिम्मत नहीं है कि भारत को दिशा-निर्देश दे सके। भारत की विदेश नीति को आजाद करार देते हुए उन्होंने यह भी कहा था कि वे भारत के विरोधी नहीं हैं। इमरान द्वारा भारत की यह तारीफ विपक्ष की नेता मरियम नवाज को पसंद नहीं आई है। उन्होंने कहा कि इमरान सत्ता जाते देख पागल हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इमरान को किसी और ने नहीं, बल्कि उनकी पार्टी ने ही बाहर का रास्ता दिखाया है। पाकिस्तान में जब से विपक्ष ने इमरान खान के खिलाफ मोर्चा खोला है, तब से इमरान खान कई बार भारत की विदेश नीति की तारीफ कर चुके हैं। इस पर मरियम ने कहा कि यदि इमरान को भारत इतना ही पसंद है तो उन्हें वहीं चले जाना चाहिए।
इमरान खान की आवाम से सड़कों पर उतरने की अपील
पाकिस्तान में राजनीतिक उठापटक के बीच इमरान खान ने शुक्रवार रात को देश की जनता को संबोधित करते हुए वर्तमान हालात और थोपी गई सरकार के खिलाफ आवाम से सड़कों पर उतरने की अपील की।
तहरीक-ए-इंसाफ के नेता इमरान खान ने अपने संबोधन में कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मुझे काफी मायूसी हुई। फैसले से पहले सुप्रीम कोर्ट को विचार करना चाहिए था कि आखिर साजिश क्या थी। कैसे विदेशी ताकत ने किसी देश को धमकी दी। कैसे खुलेआम सांसदों की खरीद फरोख्त (हार्स ट्रेडिंग) की जा रही थी। इसके साथ ही इमरान ने आवाम को किसी भी थोपी गई सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की अपील की।
अविश्वास प्रस्ताव से पहले इमरान खान ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा कि मुझे तसल्ली होती कि सुप्रीम कोर्ट कम से कम डॉक्यूमेंट मंगाकर देख लेता। खुलेआम खरीद फरोख्त का व्यापार किया जा रहा था। सांसदों को होटलों में बंद किया जा रहा है। दुनिया की किस जम्हूरियत में इस तरह की इजाजत दी जाती है। आज हमारे लोकतंत्र का मजाक बन रहा है। मेरा ईमान है कि जब तक इंसाफ नहीं हो मैं इसके लिए लड़ाई जारी रखूं।
इमरान खान ने कहा कि मैं चाहता था कि सुप्रीम कोर्ट इस बात पर गौर करता कि बाहर से एक मुल्क पूरी साजिश करके कैसे एक सरकार को गिराता है। यह कोई छोटा आरोप नहीं था। यह इतना गंभीर आरोप था जिसकी जांच होनी चाहिए थी, लेकिन मुझे थोड़ी मायूसी हुई कि इस मसले पर सुप्रीम कोर्ट में कोई बात ही नहीं हुई। मैं अपने युवाओं से कहना चाहता हूं कि आज देश की संप्रभुता की रक्षा करने की जिम्मेदारी आपकी है। पाकिस्तान के जनप्रतिनिधि अपना जमीर बेच रहे हैं। नेता रिश्वत लेकर सरकार गिरा रहे हैं। मैं सपने देखा करता था कि देश को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है। मौजूदा समय में देश की सियासत में जो हो रहा है। उससे इस सपने को चोट पहुंच रही है।
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान सरकार ने प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पीछे ‘विदेशी साजिश’ की जांच के लिए सेना के एक सेवानिवृत्त अधिकारी की अध्यक्षता में आयोग का गठन किया है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री खान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में जांच आयोग गठित करने का फैसला किया गया।
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