असम की एक फास्ट ट्रैक अदालत ने पिछले साल दो लड़कियों से बलात्कार और हत्या के मामले में 8 अप्रैल को तीन दोषियों को मौत की सजा सुनाई है। इस मामले में तीनों को छह अप्रैल को दोषी ठहराया गया था। कोराझार फास्ट ट्रैक कोर्ट के विशेष न्यायाधीश सी चतुर्वेदी ने आरोपियों को मौत की सजा सुनाई है। लड़कियों की हत्या के कुछ दिनों बाद आरोपियों को पिछले साल 14 जून को गिरफ्तार किया गया था। कोकराझार जिला अदालत ने दो वनवासी नाबालिग लड़कियों के बलात्कार और हत्या के मामले में आरोपी मुजमिल, नजीबुल और फरीजुल को मौत की सजा सुनाई है। तब इस घटना को लेकर काफी हंगामा हुआ था और मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा ने इस घटना की विशेष जांच दल (एसआईटी) से जांच कराने का आदेश दिया था।
बता दें कि कोकराझार जिले के अभायुक्ति क्षेत्र में 11 जून, 2021 को इन तीनों ने दो नाबालिग बच्चियों का अपहरण कर लिया था। इसके बाद जिहादियों ने बच्चियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और फिर हत्या कर उन्हें पेड़ से लटका दिया। दोनों लड़कियां बहनें थीं, जो घर से उस समय लापता हो गईं, जब उनके परिवार के सदस्य धान के खेत में कटाई के लिए गए थे।
मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट
अदालत के आदेश के बाद असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्व शर्मा सरमा ने भी ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, “माननीय सत्र न्यायालय, कोकराझार ने दो वनवासी नाबालिग लड़कियों के बलात्कार और हत्या के भीषण मामले में आरोपी मुजमिल, नजीबुल और फरीजुल को मौत की सजा सुनाई। मैंने 13.6.21 को परिवार का दौरा किया और एसआईटी बनाने और मामले को तार्किक निष्कर्ष तक ले जाने का निर्देश दिया था।”
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