शामली में पुलिस की चेकिंग के दौरान पकड़े गए अनिल बालियान के पास से बरामद एके 47 को लेकर पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है। जानकारी के मुताबिक ये मामला अब एटीएस के हवाले किया जा रहा है। अनिल बालियान जिसे अपराध की दुनिया में पिन्टू माजरा के नाम से भी जाना जाता है और इसे संजीव जीवा गैंग का खास गुर्गा बताया गया है।
शामली के एसएसपी सुकीर्ति माधव के मुताबिक मेरठ में डीन प्रोफेसर के हमले में इस गैंग का नाम सामने आया था, पुलिस इस बात की जांच में लगी है कि हमलावरों में कहीं पिंटू तो शामिल नहीं था। एसएसपी माधव के अनुसार पिंटू 2015 के दौरान हुए विक्की हत्याकांड में सुर्खियों में आया था। 26 मई 2018 में इसकी संपत्ति कुर्क की गई थी और दो साल पहले इसके पास से तमंचा भी बरामद हुआ था। अब चार दिन पहले इसके पास से एके 47 और साथ मे तेरह सौ कारतूस, चार मैगजीन भी बरामद हुई है।
एसएसपी ने बताया कि पिंटू को पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ और जांच को आगे बढ़ाएगी कि उसे ये स्वचलित हथियार किसने दिए? इसका उपयोग किन अपराधिक वारदातों में किया गया? जानकारी के मुताबिक पुलिस यह केस एटीएस के सुपुर्द करने जा रही है, ताकि जांच सही दिशा में आगे बढ़ सके। जानकारी के मुताबिक पिंटू माजरा के राजनीति कनेक्शन भी खंगाले जा रहे हैं। अगले एक हफ्ते में इस मामले में पुलिस, एटीएस और भी खुलासे कर सकती है।
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