रामपुर जिला अदालत में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के आगे यूसुफ मलिक ने आत्मसमर्पण कर दिया है। यह वही यूसुफ मलिक है, जिनके ऊपर मुरादाबाद पुलिस ने पिछले हफ्ते 25 हजार का इनाम घोषित किया था और इन पर सरकारी अधिकारी को फोन पर धमकाने का आरोप लगा था।
मुरादाबाद में नगर निगम के अपर नगर आयुक्त को धमकाने वाले और अपने आप को आजम खां का आदमी बताने वाले यूसुफ मलिक ने सोमवार को रामपुर की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया है। अपर नगर आयुक्त को धमकी मिलने के बाद नगर निगम कर्मचारी हड़ताल पर चले गए थे और यूसुफ मलिक फरार हो गए थे, जिसके बाद एसएसपी ने 25 हजार का ईनाम घोषित किया था।
यूसुफ मलिक पर पहले से 11 मुकदमे रामपुर, मुरादाबाद पुलिस में चल रहे हैं। इनमें से कुछ में उन्हें जमानत मिली हुई थी। सोमवार को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट शमीम अहमद अंसारी की अदालत में मलिक ने पुलिस की नजरों से बचते हुए आत्मसमर्पण कर दिया। यूसुफ मलिक को 12 अप्रैल तक जेल भेज दिया गया है। जानकारी के मुताबिक 24 नवंबर 2019 के एक मामले में उन्होंने आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधिकारी अब अगली तिथि को अदालत में मलिक को रिमांड पर लेने की अर्जी लगाने जा रहे हैं।
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