प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को ‘परीक्षा पे चर्चा’ के पांचवें संस्करण में विद्यार्थियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा-‘ऑफलाइन जीवन शुरू करने से पहले, अपने आधार को मजबूत करने के लिए ऑनलाइन अवसर का उपयोग करें।’
प्रधानमंत्री मोदी ने तालकटोरा स्टेडियम के टाउन हॉल इंटरएक्टिव प्रारूप में कक्षा नौ से 12वीं तक के विद्यार्थियों, बच्चों के माता-पिता और शिक्षकों को संबोधित किया। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों के सवालों के जवाब भी दिए। प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन शिक्षा के सवाल पर कहा दोष ऑनलाइन या ऑफलाइन का नहीं है। क्लासरूम में भी कई बार आपका शरीर क्लासरूम में होगा, आपकी आंखें टीचर की तरफ होंगी, लेकिन कान में एक भी बात नहीं जाती होगी, क्योंकि आपका दिमाग कहीं और होगा। मन कहीं और होगा तो सुनना ही बंद हो जाता है। जो चीजें ऑफलाइन होती हैं, वही ऑनलाइन भी होती हैं।
उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि माध्यम समस्या नहीं है, मन समस्या है। माध्यम ऑनलाइन हो या ऑफलाइन, अगर मन पूरा उसमें डूबा हुआ है, तो आपके लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन का कोई फर्क नहीं पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम डिजिटल गैजेट के माध्यम से बड़ी आसानी से और व्यापक रूप से चीजों को प्राप्त कर सकते हैं। हमें इसे एक अवसर मानना चाहिए न कि समस्या। प्रधानमंत्री ने शनिवार से शुरू होने जा रहे विक्रम संवत 2079 की शुभकामनाएं दीं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने नवोदय विद्यालय समिति और केंद्रीय विद्यालय संगठन के विद्यार्थियों की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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