पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि वह किसी भी परिस्थिति में इस्तीफा नहीं देंगे। जबकि विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर नेशनल असेंबली में 25 मार्च को मतदान होना है। वहीं सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीक-ए इंसाफ (पीटीआइ) पार्टी गठबंधन के तीन सहयोगी दलों मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद व बलूचिस्तान आवाम पार्टी ने अविश्वास प्रस्ताव के दिन इमरान को झटका देने का इशारा किया है। इसकी औपचारिक घोषणा अगले कुछ घंटों में होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस में की जाएगी। तीनों दलों के पास 17 सांसद हैं। पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट के अध्यक्ष मौलान फजलुर रहमान ने भी दावा किया है कि पीटीआइ गठबंधन के सहयोगी सरकार से नाता तोड़ लेंगे।
अकेले एम क्यू एम के नेशनल असेंबली में 7 सदस्य हैं। सहयोगियों के सदस्य मिलाकर सत्तारूढ़ दल के पास 179 सदस्य है। बहुमत के लिए 172 सदस्य आवश्यक होते हैं। औपचारिक रूप से 7 सदस्यों के समर्थन वापस लेने के बाद सरकार 172 सदस्यों पर आ गई है। याद रहे पीटीआई के 13 सदस्य पहले ही विपक्ष के साथ जा मिले हैं लेकिन औपचारिक रूप से विपक्ष के साथ मत देने के लिए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान की प्रतीक्षा कर रहे हैं। व्यावहारिक रूप से सरकार इस समय अल्पमत में आ चुकी है। आशा है कि आज देर शाम या कल तक दूसरे सहयोगी दल भी अपना समर्थन औपचारिक रूप से वापस ले लेंगे जिसके बाद सरकार के इस्तीफा देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पत्रकारों से बात करते हुए इमरान ने दावा किया कि भले ही विपक्ष सारे दांव आजमा ले लेकिन उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव सफल नहीं होगा। अविश्वास प्रस्ताव को गिराने का दावा करते हुए इमरान ने कहा कि मेरा ट्रंप कार्ड यही है कि मैंने अभी तक कोई भी पत्ता नहीं खोला है। किसी को इस मुगालते में नहीं रहना चाहिए कि मैं घर बैठ जाऊंगा। मैं इस्तीफा नहीं दूंगा और मुझे देना भी नहीं चाहिए। इमरान ने दावा किया कि उनका सेना के साथ मधुर संबंध है। उन्होंने कहा कि संवैधानिक तौर पर सेना की आलोचना गलत है।
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