पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में हुई नरसंहार की घटना में चौंकाने वाली बात सामने आई है। पोस्टमार्टम की पहली रिपोर्ट जो पुलिस के हाथ लगी है, उसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि आग में जिंदा जलकर मरने वाले लोगों को पहले पीटा गया था। उसके बाद में उन्हें घर के अंदर बंद कर आगजनी की गई। इस घटना में मरने वालों की पहचान जहांआरा (38), लिली खातून (18), शेली बीवी (32), नूरनेहर बीवी (52), रूपाली बीवी (39), क़ाज़ी रहमान (22), तुली खातून (07), मीना बीवी (40) के रूप में हुई है।इस खुलासे के बाद अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिल दहलाने वाली यह घटना कितनी बर्बर थी।
हालांकि पुलिस ने अभी तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया है लेकिन सूत्रों ने इस बात की पुष्टि की है कि आग में जलने वाले लोगों को पहले जमकर पिटाई हुई थी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार रात बीरभूम जिले के रामपुरहाट ब्लाक अंतर्गत बगटुई के पास के गांव खैरासोल के उपप्रधान भादू शेख की बम मारकर हत्या कर दी गई थी। इस घटना के बाद उसके घर वाले और समर्थकों ने कथित रूप से बदला लेने के लिए बगटुई गांव के 10 से 12 घरों में बाहर से कुंडी लगा कर आग लगा दी थी। घटना में दो बच्चों सहित आठ लोगों के मरने की पुष्टि पुलिस कर चुकी है।
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