उत्तर प्रदेश सरकार धार्मिक केंद्रों के विकास के साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करा रही है. योगी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में ही अयोध्या, काशी और मथुरा सहित अन्य धार्मिक स्थलों का तेजी से विकास कराया. अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है.इसके साथ ही अयोध्या में आधारभूत ढांचे का विकास भी तेजी से हो रहा है. अयोध्या में 138 करोड़ रुपये की 17 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं. 54 परियोजनाओं में 3,126 करोड़ की लागत से काम युद्धस्तर पर चल रहा है. 84 कोसी परिक्रमा मार्ग पर पड़ने वाले तीर्थ स्थलों का विकास किया जा रहा है. अयोध्या को वैदिक सिटी के रूप में विकसित करने की योजना है. इसके लिए पंचकोसी, चौदह कोसी और चौरासी कोसी परिक्रमा के लिए मार्ग का निर्माण किया जा रहा है. हवाई अड्डे का निर्माण, सड़कों का निर्माण और बाजारों को व्यवस्थित किया जा रहा है ताकि पर्यटन को सुगम बनाया जा सके.
वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम का निर्माण कराया गया. पर्यटकों के लिए क्रूज सेवा का संचालन किया जा रहा है. 70 किलोमीटर लंबे पंचकोसी मार्ग को लेकर नई विकास परियोजना तैयार की गई है. देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या में वृद्धि लगातार हो रही है. पवित्रता को बनाए रखते हुए ब्रज क्षेत्र की पहचान को देश-दुनिया तक पहुंचाया जा रहा है. ब्रज क्षेत्र को विश्व स्तर का पर्यटन स्थल बनाने के लिए लगातार प्रयत्न किया जा रहा है. इसके लिए ब्रज तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है. ब्रज क्षेत्र में भगवान श्रीकृष्ण की लीलाओं से जुड़े प्रमुख स्थलों का पर्यटन की दृष्टि से विकास किया जा रहा है. बरसाना में रोप-वे का निर्माण हो रहा है.
वर्ष 2017 में ही वृंदावन, नंदगांव, गोवर्धन, गोकुल, बलदेव और राधाकुंड को तीर्थ क्षेत्र घोषित कर दिया गया था. वृंदावन में पर्यटन सुविधा केंद्र, गीता शोध संस्थान और ऑडिटोरियम, अन्नपूर्णा भवन का निर्माण, मथुरा में जुबली पार्क समेत बरसाना और नंदगांव में भी पर्यटकों की सुविधा के विकास कार्य किए जा रहे हैं. धार्मिक स्थलों और आसपास के क्षेत्र के विकास को नई गति मिली है.
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