मध्यप्रदेश के रायसेन में होली की रात खमरिया गांव में दो समुदायों में हुए खूनी संघर्ष के बाद अभी भी पुलिस-प्रशासन एक्टिव है। गांव में पुलिस बल तैनात है। मामले में अब तक दोनों पक्षों के 338 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है, जिसमें से 38 लोग नामजद हैं। घटना में एक शख्स की मौत हो गई है। वहीं, 6 लोग गंभीर रूप से घायल हैं, जिन्हें भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार होली की रात खमरिया गांव में गली से निकलने को लेकर दो समुदायों में विवाद हुआ, जो चंद मिनटों में उपद्रव में बदल गया। उपद्रवियों ने गांव की दुकानों और कई वाहनों में आग लगा दी। इस दौरान जमकर फायरिंग भी की। घटना में 50 से अधिक लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें सिलवानी और उदयपुरा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। वहीं, गंभीर रूप से घायलों को भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जिसमें राजू आदिवासी नामक शख्स की मौत हो गई। इधर प्रशासन ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनके चार मकानों और दुकानों को जेसीबी से गिरवा दिया है। घटना के बाद से इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
सीएम शिवराज ने जाना पीड़ितों का हाल
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने हमीदिया अस्पताल पहुंचकर पीड़ितों से मुलाकात की और उनका हाल जाना। वहीं, सीएम ने बताया कि मृतक राजू आदिवासी के परिवार को 5 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाएगी। इसके अलावा गंभीर रूप से घायल हरि सिंह और रामजी भाई को दो-दो लाख रुपए की राशि दी जाएगी। वहीं, अन्य घायलों को भी 50-50 हजार रुपए की राशि दी जाएगी।
गांव में अब भी पुलिस तैनात
खमरिया गांव में अब हालात सामान्य बताए जा रहे हैं, फिर भी एहतियात के चलते पुलिस-प्रशासन सक्रिय है। गांव में अब भी जवान तैनात हैं। हमले में जान गवाने वाले युवक राजू आदिवासी का शव शनिवार की शाम भोपाल के हमीदिया अस्पताल से गांव पहुंचा, जहां पुलिस की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
टिप्पणियाँ