रूस—यूक्रेन युद्ध के अपने चरम पर होने के बीच, चार यूरोपीय देशों ने 18 मार्च को एक बड़ा फैसला लेते हुए रूस के कुल 20 राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। उनके इस फैसले पर आक्रोश में भरे रूस ने उनके इस कदम का 'उचित जवाब' की बात कही है।
रूस के विरुद्ध यह कड़ा कदम उठाने वाले यूरोप के ये चार देश हैं—बुल्गारिया, लातविया, लिथुआनिया और एस्टोनिया। चारों ने मिलकर कुल 20 रूसी राजनयिकों को 72 घंटे के अंदर अपने अपने देश से निकल जाने का आदेश सुनाया है। जैसा माना जा रहा था, उनके इस फैसले रूस के विदेश मंत्रालय ने कड़ा बयान जारी किया है कि उन्हें इसका "उचित जवाब" दिया जाएगा।
बुल्गारिया ने अपने यहां से 10 रूसी राजनयिकों को देश छोड़ने को कह दिया है, लिथुआनिया ने चार रूसी राजनयिकों को निष्कासित किया है, जबकि लातविया और एस्टोनिया ने तीन-तीन रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है।
समाचार एजेंसी 'तास' द्वारा जारी वक्त्व्य में मित्रोफानोवा ने कहा, "हम इसे एक अत्यंत दुर्भावनापूर्ण कृत्य के रूप में देखते हैं। हमारे पास जवाबी कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित है।" उधर रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा है, "रूसी राजनयिकों के आधारहीन निष्कासन का उचित जवाब दिया जाएगा।"
लातविया के विदेश मंत्री एडगर्स रिंकेविक्स ने ट्विटर पर लिखा है कि राजनयिकों को उन गतिविधियों के संबंध में निष्कासित किया गया है, जो उनकी राजनयिक स्थिति के विपरीत हैं। ऐसा कदम यूक्रेन पर हो रहे रूसी आक्रमण को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
एस्टोनिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि उसने रूसी राजनयिकों को निष्कासित इसलिए किया है क्योंकि उन्होंने प्रत्यक्ष और सक्रिय तौर पर एस्टोनिया की सुरक्षा को नजरअंदाज करके रूस की सैन्य कार्रवाई को सही ठहराते हुए इसका प्रचार—प्रसार किया है।
राजनयिकों को निकालने के कदम के संदर्भ में लिथुआनिया सरकार ने कहा है कि उसका निष्कासन यूक्रेन के साथ एकजुटता दर्शाते हुए किया गया है।
बुल्गारिया के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा है कि राजधानी सोफिया में रूस के राजदूत को एक आधिकारिक पत्र सौंपा गया है, जिसमें लिखा है रूस के 10 राजनयिक 72 घंटों के भीतर बुल्गारिया छोड़ जाएं, क्योंकि उनकी राजनयिक स्थिति के साथ असंगत गतिविधियों में संलिप्तता देखने में आई है। निष्कासन की कार्रवाई पर टिप्प्णी करते हुए बुल्गारिया में रूस के राजदूत एलोनोरा मित्रोफ़ानोवा ने इसे असभ्य कृत्य बताया है।
समाचार एजेंसी 'तास' द्वारा जारी वक्त्व्य में मित्रोफानोवा ने कहा, "हम इसे एक अत्यंत दुर्भावनापूर्ण कृत्य के रूप में देखते हैं। हमारे पास जवाबी कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित है।" उधर रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा है, "रूसी राजनयिकों के आधारहीन निष्कासन का उचित जवाब दिया जाएगा।"
उल्लेखनीय है कि बुल्गारिया से रूसी राजनयिकों के निष्कासन की यह दूसरी कार्रवाई है। गत 2 मार्च को भी राजधानी सोफिया ने दो रूसी राजनयिकों को जासूसी में शामिल होने के आरोप में निष्कासित कर दिया था।
बता दें कि शीत युद्ध के दौरान बुल्गारिया रूस का सबसे करीबी सहयोगी रहा था, लेकिन अब वह यूरोपीय संघ का सदस्य राज्य है और उस नाटो गठबंधन का हिस्सा है, जिसने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की तीखी निंदा की है।
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