उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत से विधानसभा का चुनाव जीतने वाली सत्तारूढ़ भाजपा अगले 5 वर्षों में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली महिलाओं के विकास पर विशेष फोकस करेगी। उनको रोजगार देने और स्वरोजगार के अवसर से जोड़ने के प्रयास तेजी से शुरू करेगी। इसके लिए उसने आटा-मसाला चक्की योजना के प्रारूप को अंतिम रूप दे दिया है। सरकार बनने के तत्काल बाद अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम अपनी इस योजना का लाभ युद्धस्तर पर महिलाओं को पहुंचाने का शुभारंभ करेगा।
सरकार के एक प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि इस योजना के तहत सबसे पहले प्रदेश के 18 मंडल मुख्यालयों के जिलों में प्रति जिला 125 महिलाओं को लाभान्वित किया जाएगा। कुल 2250 महिलाएं योजना से जुड़कर अपने आटा-मसाला चक्की की इकाई स्थापित कर सकेंगी। इकाई की स्थापना के लिए प्रति महिला को 20 हजार रुपये दिया जाएगा। इसमें 10 हजार रुपये अनुदान के रूप में और बाकी राशि ब्याज मुक्त ऋण के रूप में विशेष केन्द्रीय सहायता से दी जाएगी। सरकार ने इस योजना को पायलट प्रोजेक्ट के रूप में 2 जिलों से शुरू करते हुए 17 महिला लाभार्थियों को चयनित भी किया है। बाकी जिलों में महिलाओं को योजना से जोड़ने की तैयारी अब और तेजी से शुरू की जाएगी।
राज्य सरकार का प्रयास महिलाओं को सशक्त बनाने का है। इस कड़ी में आटा-मासाला चक्की स्थापित करने की योजना भी महिलाओं को संबल प्रदान करेगी। उनको रोजगार का अवसर देने के साथ ही परिवार का पालन-पोषण करने के लिए मजबूत भी बनाएगी। राज्य सरकार ने बीते 5 वर्षों में गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाली महिलाओं को स्वावलंबी बनाने और रोजगार से जोड़ने, उनके गृह उद्योग स्थापित करने के लिए बड़े कार्य किये हैं। अब नई सरकार बनने पर इन प्रयासों को और तेजी से लागू किया जाएगा। योजना के तहत महिलाओं को आटा और मसाला चक्की की इकाई स्थापित करने के लिए अनुदान दिया जाएगा।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
टिप्पणियाँ