पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की हालत डावांडोल है। अपने विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को लेकर वे इतनी गफनत में हैं कि जो मुंह में आए बोल रहे हैं। संसद में विपक्ष पर हमालवर होने की वे हर जुगत भिड़ा रहे हैं।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने बौखलाकर कल एक रैली में यहां तक कह दिया कि वे कोई राजनीति में आलू, टमाटर का भाव जानने आए हैं। इमरान खान ने पंजाब सूबे के हाफिजाबाद में एक रैली में खुलकर कहा कि पाकिस्तान उन तत्वों के खिलाफ खड़ा होगा जो पैसे की ताकत के बूते उनकी सरकार को गिराने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा, 'मैं आलू और टमाटर की कीमतें जानने के लिए सियासत में नहीं आया हूं। मैं देश के युवाओं के लिए सियासत में आया हूं। अगर हम एक बड़ा देश बनना चाहते हैं तो हमें सच के साथ खड़े होना होगा। और मैं पिछले 25 साल से यही सीख दे रहा हूं।'
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उनके प्रधानमंत्री पद पर बचे वक्त में ही एक महान देश बनने वाला है। इसके पीछे वे उनकी सरकार द्वारा घोषित रियायतों को बताते हैं। क्रिकेट टीम के कप्तान रहे इमरान ने आगे कहा कि वह देश के युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए सियासत में आये हैं, क्योंकि सियासत में आने से उनको कोई निजी फायदा नहीं पहुंचा है। उनके अनुसार, उनके जीवन में तो पहले से ही वह सब कुछ था जिसका कोई सपना देखता है।
पाकिस्तान में सत्तारूढ़ पाकिस्तान तहरीके-इंसाफ पार्टी के अध्यक्ष प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपने भाषण में यह भी बोला कि 'मैं आलू और टमाटर की कीमतें जानने के लिए सियासत में नहीं आया हूं। मैं देश के युवाओं के लिए सियासत में आया हूं।' उन्होंने कहा, 'अगर हम एक बड़ा देश बनना चाहते हैं तो हमें सच के साथ खड़े होना होगा। और मैं पिछले 25 साल से यही सीख दे रहा हूं।'
टिप्पणियाँ