पश्चिम बंगाल में बीएसएफ ने उत्तर 24 परगना और मालदा जिले के सीमावर्ती इलाकों से भारतीय दलाल सहित 38 बांग्लादेशियों को गैरकानूनी रूप से सीमा पार करने के दौरान हिरासत में लिया है। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। घटना 13 मार्च की है जब 118वीं वाहिनी की सीमा चौकी गुमती पर तैनात जवानों ने पुख्ता खबर के आधार पर कार्रवाई करते हुए 33 लोगों को हिरासत में लिया। इस दौरान पकड़े गए सभी लोग गैर कानूनी तरीके से बांग्लादेश से भारत में आने की फिराक में थे। गिरफ्तार लोगों की पहचान नरोत्तम हलदर, लता हलदर, मुन्नी अख्तर, प्रिया खान, माहौरमा बीबी, जलील मंडल, अलिअ मंडल, मसूदा बीबी, मुस्तफिज़ूर रहमान, रिज़या बेग़म, जयंती मंडल, जाई बैधो, प्रीतम चंद घोष, साजन रानी घोष, झाराना प्रवीण, रफीकुल इस्लाम, रोज़ीना अख्तर, शर्मिंन खातून, इब्राहिम सरदार, आशमा खातून, लैमिया खातून, सदन पाल, रोजीता रानी पाल, अनंदो कुमार पाल, उर्मिला पाल, अपु पाल, ओईसी पाल, मोहम्मद मामूम हुसैन, नसीरा खातून, सम्राट हुसैन, मामुनी खातून, रहाना बेग़म, निरंजन सरदार, नुरामिन अली, सुमायन शेख, आरिफ शेख, नुरुल इस्लाम और यूसफ शेख के रूप में हुई है।
बीएसएफ की ओर से जारी बयान के अनुसार पकड़े गए सभी लोगों ने पूछताछ के दौरान बताया कि इनमें से कुछ अपना इलाज कराने तो कुछ काम की तलाश में भारत आ रहे थे। परंतु जैसे ही वह भारतीय सीमा को पार करने की कोशिश कर रहे थे तो सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने उन्हें पकड़ लिया। इसी तरीके से दूसरी घटना मालदा के सीमावर्ती इलाके की है, जहां सीमा चौकी पिरोजपुर के जवानों ने 1 तस्कर समेत 4 बांग्लादेशियों को अन्तरराष्ट्रीय सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जन संपर्क अधिकारी ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल भारत-बंग्लादेश सीमा पर गैर कानूनी आवागमन को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है। इसके चलते अपराधों में लिप्त लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
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