यूपी में योगी सरकार की वापसी से सोतीगंज कबाड़ी बाजार में कबाड़ी अब अपना कारोबार बदलने लगे हैं। ये कबाड़ी इस उम्मीद में थे कि यूपी में अखिलेश सरकार आएगी तो उनका धंधा पहले जैसे हो जाएगा। सोतीगंज को एशिया का सबसे बड़ा वाहन चोर बाजार माना जाता था। दिल्ली एनसीआर, यूपी, राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड में जो भी गाड़ी चोरी होती थी वो सोतीगंज काबड़ी बाजार में आकर बिकती थी और यहां के काबड़ी उसको 20 मिनट में खुर्दबुर्द कर देते थे। पिछली योगी सरकार आने से पहले यहां का कबाड़ माफिया अपनी राजनीतिक पहुंच के चलते किसी भी पुलिस वाले को बाजार में घुसने नही देता था।
योगी सरकार के डंडे ने 70 से ज्यादा कबाड़ियों को गैंगस्टर में जेल भेजा और उनकी सम्पत्तियों को कुर्क किया। अब उनके खिलाफ आयकर राज्य कर की फाइलें खुल गई हैं। पुलिस की सख्ती के कारण सोतीगंज बाजार में कबाड़ का कारोबार सिमटने लगा। यहां के कबाड़ी 10 मार्च तक इस इंतज़ार में थे कि यूपी में योगी सरकार जाएगी और अखिलेश की सरकार आएगी तो उनका कारोबार फिर से चमक जाएगा, लेकिन उनकी उम्मीदों पर ही योगी सरकार का बुल्डोजर चल गया।
यूपी में योगी सरकार की वापसी के बाद से यहां अब कबाड़ की दुकानों की जगह जूते-चप्पल, रेडीमेड आदि की दुकान सजने लगी हैं। बहुत से कबाड़ियों ने मोबाइल की दुकानें भी खोल ली हैं। दो- तीन रेस्तरां भी यहां खुलते देखे गए। कुछ ने वाहनों के ओरिजनल स्पेयर पार्ट्स का काम शुरू किया है। पुलिस प्रशासन लगातार इस बात की निगरानी कर रहा है कि वाहन कबाड़ का काम कहीं और से न होने लग जाए। एसएसपी मेरठ ने एक पुलिस की एसआईटी केवल सोतीगंज के कबाड़ियों की हरकतों में नजर रखने के लिए तैनात की हुई है। जिला प्रशासन ने कहा है कि कबाड़ी अपना कारोबार बदलते है तो सरकार भी उसमे मदद करेगी।
टिप्पणियाँ