उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव में दो तिहाई बहुमत लाने वाली बीजेपी की नई सरकार का मुखिया कौन होगा? इस पर पार्टी हाई कमान में मंथन चल रहा है। उल्लेखनीय है कि पुष्कर सिंह धामी के चुनाव हार जाने के बाद से पार्टी में चिंतन बैठकों का दौर चल पड़ा है। उत्तराखंड में 70 में 47 सीटें जीतने वाली बीजेपी को अब अपने मुख्यमंत्री की तलाश है। बीजेपी हाई कमान इस विषय में सभी स्तर पर राय मशविरा कर रहा है।
बीजेपी के महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष और महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री और उत्तराखंड से सांसद अजय भट्ट की मुलाकात हुई है। इसके अलावा पार्टी हाई कमान ने पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से भी चर्चा हुई है ये सभी सांसद उत्तराखंड की राजनीति को अच्छे से समझते हैं। पार्टी हाई कमान संघ परिवार के वरिष्ठजनों की राय भी जानने का प्रयास कर रहा है। केंद्र से चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी, संग़ठन प्रभारी दुष्यंत गौतम ने पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, संगठन मंत्री अजेय कुमार और धामी सरकार में रहे मंत्रियों से भी मुलाकात कर राय मशविरा किया है। बीजेपी हाई कमान ने छह विधायकों द्वारा पुष्कर सिंह धामी के लिए अपनी सीट को छोड़ने के प्रस्ताव संबंधी बयानों पर नाराजगी जाहिर की है और इन सभी को धैर्य रखने और पार्टी के फैसले का इंतज़ार करने को कहा है।
जानकारी के मुताबिक राष्ट्रीय स्तर पर बीजेपी नेताओं द्वारा अगले 2024 के लोकसभा चुनाव को दृष्टि में रखते हुए और बार-बार मुख्यमंत्री बदले जाने के ग्रहण से निकलने के लिए मंथन किया जा रहा है। बीजेपी यहां किसी सांसद को भी मुख्यमंत्री बना सकती है और विधायकों में भी किसी को नेतृत्व संभालने के लिए कह सकती है। पुष्कर सिंह धामी चुनाव हार चुके हैं। पार्टी उनके विषय में भी सम्मान जनक निर्णय ले सकती है क्योंकि उनकी मेहनत से और मोदी मैजिक से ही पार्टी ने सत्ता में वापसी कर एक इतिहास रचा है। बहरहाल एक दो दिन में बीजेपी हाई कमान इस पर निर्णय लेकर विधायक दल की बैठक में अपना निर्णय सुना देगा। पार्टी हाई कमान ने धर्मेंद्र प्रधान और पीयूष गोयल को पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिया है। नई सरकार संभवतः होली बीत जाने के बाद शपथ लेगी।
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