दिब्या कमल बोरदोलोई
असम पुलिस ने शुक्रवार रात बांग्लादेश स्थित कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन अंसार अल-इस्लाम से जुड़े पांच इस्लामिक आतंकवादियों को गिरफ्तार किया। इस आतंकवादी संगठन को भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (AQIS) की बांग्लादेश शाखा के रूप में जाना जाता है। पांचों आतंकियों को निचले असम के बारपेटा जिले के विभिन्न हिस्सों से दबोचा गया था। गिरफ्तारी राज्य के हाउली, बारपेटा और कलगछिया इलाके से असम पुलिस की विशेष शाखा द्वारा साझा की गई एक खुफिया रिपोर्ट के आधार पर की गई थी। "पांचजन्य" ने पहले ही बताया था कि बांग्लादेश स्थित आतंकवादी नेटवर्क से जुड़े कट्टरपंथी इस्लामी समूह असम में आधार स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं।
सैफुल इस्लाम ने इन चारों को अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के मॉड्यूल में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। अंसार अल-इस्लाम का पुराना नाम एबीटी है। आतंकवादी सैफुल इस्लाम उर्फ हारून घुसपैठिए मुस्लिम बहुल बारपेटा जिले को जिहादी गतिविधि केंद्र बनाने और जिहाद को असम के अन्य मुस्लिम क्षेत्रों में फैलाने की योजना बना रहा था।
गिरफ्तार किए गए आतंकियों में से एक सैफुल इस्लाम उर्फ हारुन राशिद उर्फ मोहम्मद सुमन बांग्लादेशी नागरिक है और पड़ोसी देश के नारायणगंज जिले का रहने वाला है। असम पुलिस के शीर्ष सूत्रों ने बताया कि सैफुल इस्लाम बारपेटा जिले के ढकलियापारा मस्जिद में शिक्षक के रूप में कार्यरत था। सैफुल इस्लाम भारत में प्रवेश करने के बाद असम के विभिन्न हिस्सों में मुस्लिम युवाओं को जिहादी गतिविधियों और धार्मिक कट्टरवाद के प्रति प्रेरित कर रहा था। आतंकवादी सैफुल राज्य में अपनी जड़ें पहले ही फैला चुका है, खासकर निचले और मध्य असम जिलों में।
अन्य चार कलगछिया के खैरुल इस्लाम (27), बादशाह सुलेमान खान (28), नौशाद अली (40) और हाउली के तैमूर रहमान खान (54) हैं। असम पुलिस ने एक बयान में कहा कि सैफुल इस्लाम ने इन चारों को अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (एबीटी) के मॉड्यूल में शामिल होने के लिए प्रेरित किया। अंसार अल-इस्लाम का पुराना नाम एबीटी है। आतंकवादी सैफुल इस्लाम उर्फ हारून घुसपैठिए मुस्लिम बहुल बारपेटा जिले को जिहादी गतिविधि केंद्र बनाने और जिहाद को असम के अन्य मुस्लिम क्षेत्रों में फैलाने की योजना बना रहा था। वह बांग्लादेश स्थित भारतीय उपमहाद्वीप (AQIS) में अल-कायदा के मास्टरमाइंड के लगातार संपर्क में था। असम पुलिस की एक विशेष टीम अब राज्य में गिरफ्तार आतंकवादियों द्वारा स्थापित जिहादी नेटवर्क को तोड़ने के लिए मामले की जांच कर रही है।
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