कार्यक्रम में अपने संबोधन में स.हरविंदर सिंह कुकरेजा ने कहा औरंगजेब के द्वारा मुस्लिम धर्मांतरण अभियान को सबसे पहले चुनौती देने वाले गुरु तेग बहादुर साहिब ही थे ।हिंदुओ की रक्षा के लिए उन्होंने मुगल शासक की क्रूरता को सहन करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।उन्ही के वीरपुत्र गुरु गोबिंद सिंह ने आगे जाकर मुस्लिमो के खिलाफ धर्म युद्ध का शंखनाद किया।
वनवासी कल्याण आश्रम के प्रांत प्रमुख और वक्ता सुरेश पांडे ने कहा कि हिन्दू समाज के संरक्षक के रूप में गुरु तेग बहादुर को सबसे पहले याद किया जाता है और उनके बलिदान की गाथा को सुनकर हम प्रेरणा लेते है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह कोहली ने कहा कि गुरु तेग बहादुर ऐसे गुरु थे जिन्होने हिन्दू धर्म को लड़ना सीखाया।
कार्यक्रम में जिला संघ डॉ नीलाम्बर भट्ट, नगर संघ चालक विवेक कश्यप, व्यवस्था प्रमुख भगवान सहाय, प्रकाश हरबोला , जितेंद्र साहनी, तनुज अग्रवाल, अतुल अग्रवाल आदि बड़ी संख्या में नागरिक जन उपस्थित थे।
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