मुनस्यारी से मिलम ग्लेशियर तक सड़क बनाने का काम फिर से शुरू हो गया है। सेना के हेलीकॉप्टर के जरिये सीमा सड़क संगठन के मजदूरों को मिलम में उतारा गया है। 70 किमी लंबी इस सड़क का आधा काम पूरा हो चुका है। सर्दियों की बर्फबारी के बाद अब मौसम बदलते ही इस पर काम पुनः शुरू हो गया है। सीमा सड़क संगठन ने व्यास घाटी में धारचूला से लीपुपास तक सड़क बना दी है। अब दारमा घाटी में और मिलम घाटी में सड़क बन जाने से सीमांत क्षेत्र में सेना को गश्त लगाने और अग्रिम सुरक्षा मजबूत करने में आसानी होगी।
शरद काल से पहले करीब 35 किमी सड़क बन चुकी है। अब बॉर्डर से नीचे की तरफ सड़क को जोड़ने का काम शुरू कराया जा रहा है। जिसके लिए हेलीकॉप्टर के जरिये मजदूरों को वहां उतारा गया है। हेलीकॉप्टर के जरिये ही सड़क बनाने के अन्य उपकरण भी वहां पहले से ही पहुंचा दिए गए हैं। इन उपकरणों से चट्टानों की कटिंग का काम किया जाएगा। सीमा सड़क संगठन ने 2023 से पहले इस सड़क के निर्माण कार्य को पूरा करना है।
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