यूक्रेन स्थित भारतीय दूतावास ने खार्किव में रह रहे भारतीयों के लिए इमरजेंसी एडवाइजरी जारी की है। उनकी सुरक्षा के लिए तत्काल खार्किव छोड़ने के लिए कहा है। उन्हें पिसोचिन (PESOCHIN), बाबे (BBAAYE) और बेज़लुडोव्का (BEZLYUDOVKA) के लिए जल्द से जल्द आगे बढ़ने के लिए कहा गया है। यूक्रेन के समय के हिसाब से (1800)छह बजे तक इन जगहों पर पहुंचना होगा। भारतीय दूतावास की और से जारी इमरजेंसी एडवाइजरी में साफ टूर से कहा गया है कि यदि कोई साधन नहीं भी मिलता है तो पैदल निकल लें लेकिन हर हाल में खार्किव छोड़ दें।
बता दें कि खार्किव से पिसोचिन (PESOCHIN) की दूरी मात्र 11 किलोमीटर है, वहीं बाबे (BBAAYE) खार्किव से 12 किलोमीटर और बेज़लुडोव्का (BEZLYUDOVKA) खार्किव से 16 किलोमीटर दूर है।
कीव छोड़ चुके हैं भारतीय
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला सारी स्थिति स्पष्ट कर चुके थे। उन्होंने मंगलवार रात मीडिया को बता दिया था कि कितने भारतीय नागरिक यूक्रेन में थे, कितने हैं और उन्हें लाने का क्या प्लान है। लेकिन शायद राहुल गांधी तक यह जानकारी नहीं पहुंच पायी। हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया था कि हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं। बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। हमारे सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है। हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक कीव में हमारे और नागरिक नहीं हैं, वहां से हमें किसी ने संपर्क नहीं किया है। भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा अगले 3 दिन में 26 फ्लाइट शेड्यूल हैं।
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