केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) के 17वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुईं। उन्होंने नए आदर्श वाक्य 'भविष्यो रक्षति रक्षित:' का शुभारंभ करते हुए कहा कि नया लोगो देश के भविष्य यानी बच्चों की रक्षा करने के लिए प्रेरित करता है, क्योंकि उनके कल्याण में एक मजबूत राष्ट्र की नींव निहित है। लालकिले के 15 अगस्त ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में स्मृति ईरानी ने 'सहारा' नामक विशेष पहल की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि सहारा पहल के तहत 2 महीने में 300 कॉल का जवाब दिया गया और 127 शिकायतों को वेबलिंक के माध्यम से संबोधित किया गया।
एनसीपीसीआर और सीमा सुरक्षा बल द्वारा शुरू की गई सहारा पहल के तहत बीएसएफ के शहीद जवानों के बच्चों को मनो-सामाजिक परामर्श और सहायता प्रदान करने की एक पहल है। इस मौके पर बच्चों को लालकिला दिखाया गया। इस कार्यक्रम में एनसीपीआर के अध्यक्ष, प्रियंक कानूनगो, बाल एवं विकास मंत्रालय के सचिव इंदीवर पांडे और अन्य अधिकारी शामिल थे।
(सौजन्य सिंडिकेट फीड)
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