कर्नाटक से शुरू हुए हिजाब विवाद मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोई बच्ची अपनी मर्जी से हिजाब नहीं पहनती है। क्या तीन तलाक को महिलाएं अपनी मर्जी से मान लेती हैं? उन बेटियों-बहनों से पूछेंगे तो पता चलेगा। मैंने उनकी आंखों के आंसू देखे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो लोग तालिबान बनाने का सपना देख रहे हैं, दंगाराज लाने का सपना देख रहे हैं और आधी आबादी को उनके अधिकारों से वंचित रखना चाहते हैं। उनसे यही बोलना पड़ेगा कि गजवा ए हिंद का सपना कभी पूरा नहीं होगा।
इस दौरान जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भगवा पहनने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं अपनी मर्जी से इसे पहन रहा हूं, लेकिन इसे अपने कार्यालय पर थोप नहीं रहा। क्या उत्तर प्रदेश के अंदर मै सभी कर्मचारियों या सभी लोगों को यह बोल सकता हूं कि वह भगवा धारण करें। यह उनका विषय है। जिनको धारण करना है, करें। लेकिन ड्रेस कोड स्कूलों में लागू होना चाहिए। यह स्कूल का विषय है। स्कूल के अनुशासन का विषय है। आर्मी में कोई कहेगा कि हम अपने अनुसार चलेंगे। कोई ऐसी बात करेगा तो कहां अनुशासन रह पाएगा। व्यक्तिगत आस्था आपकी अपनी जगह होगी, लेकिन जब संस्थाओं की बात होगी तो संस्था के नियम कानून को हमें मानना होगा। देश की व्यवस्था होगी देश के संविधान को मानना होगा।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो लोग ‘गजवा-ए-हिंद’ का सपना देख रहे हैं, मैं बहुत स्पष्टता के साथ कह सकता हूं कि यह नया भारत है। दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का भारत है। इस नए भारत में विकास सबका, लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं। सबका साथ सबका विकास की भावना के साथ काम हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि सबका विश्वास और सब के प्रयास को लेकर सरकार चल रही है। यह नया भारत संविधान के अनुरूप चलेगा। शरीयत के अनुरूप नहीं। मैं इस बात को भी स्पष्टता के साथ कह सकता हूं कि गजवा-ए-हिंद का सपना कयामत के दिन तक भी साकार नहीं होगा।
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