इटावा जनपद की जसवंतनगर विधानसभा सीट से शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ कर जीतते रहे हैं। करीब तीन दशक बाद पहली बार ऐसा है कि शिवपाल अपनी ही पार्टी, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी हैं।
ये बात और है कि समाजवादी पार्टी इस सीट पर उन्हें समर्थन दे रही है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव के ठीक पहले चाचा-भतीजे में जिस तरह विवाद हुआ था, उसके बाद अखिलेश और शिवपाल की राहें अलग-अलग हो गई थीं।
कुछ महीने पहले दोनों लोगों ने पुरानी बातों को भूलकर समझौता कर लिया है। शिवपाल यादव ने समझौते में अखिलेश से सौ सीट मांगी थीं मगर अखिलेश ने केवल एक सीट दी जिस पर शिवपाल चुनाव लड़ रहे हैं। भाजपा ने इस बार विवेक शाक्य को चुनाव मैदान में उतारा है।
जसवंत नगर विधानसभा सीट पर शिवपाल पहली बार वर्ष 1996 में निर्वाचित हुए थे। उसके बाद से शिवपाल लगातार इस विधानसभा सीट से चुनाव जीतते आ रहे हैं। जसवंत नगर विधानसभा सीट मुलायल सिंह यादव ने अपने भाई शिवपाल के लिए छोड़ी थी। मुलायम सिंह यादव जसवंत नगर विधानसभा सीट से वर्ष 1985,1989, 1991 और 1993 में विधायक निर्वाचित हुए थे।
जसवंतनगर विधानसभा सीट को राजनीतिक दृष्टिकोण से समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। पिछले चुनावों के इतिहास पर नजर डालें तो यहां भाजपा टक्कर देती रही है। मायावती ने बी.पी. सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है।
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