कन्नौज विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व आईपीएस अधिकारी असीम अरुण को चुनाव मैदान में उतारा है। असीम अरुण कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के पहले पुलिस कमिश्नर रहे हैं। उनका सेवा काल अभी 9 वर्ष शेष था। वे ऐच्छिक सेवा निवृति लेकर राजनीति में आए हैं। कन्नौज पहुंचते ही असीम अरुण अपने पैतृक घर गए। अपने पैतृक घर की देहरी को प्रणाम करने के बाद चुनाव प्रचार करने निकले।
असीम अरुण, कानपुर में पुलिस कमिश्नर रहने से पूर्व, एंटी टेररिस्ट स्क्वॉयड में तैनात थे। असीम अरुण के नेतृत्व में एटीएस ने लखनऊ में आतंकी हमले की तैयारी कर रहे खुरासान ग्रुप के सरगना सैफुल्लाह को मुठभेड़ में मार गिराया था। इसके अतिरिक्त वे कई आतंकी गतिविधियों पर कड़ी नजर बनाए हुए थे।
लगभग 52 वर्षीय असीम अरुण के पिता श्रीराम अरुण भी आईपीएस अधिकारी थे।
श्रीराम अरुण उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक रहे। अवकाश प्राप्त होने के बाद श्रीराम अरुण एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष भी रहे। कन्नौज विधानसभा सीट पर असीम अरुण का मुकाबला काफी कड़ा है। कन्नौज विधानसभा सीट को समाजवादी पार्टी का गढ़ माना जाता है। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में कन्नौज विधानसभा सीट पर सपा के अनिल कुमार दोहरे ने कड़े मुकाबले में भाजपा के बनवारी लाल दोहरे को हराया था। वैसे अनिल कुमार दोहरे करीब ढाई हजार वोट से ही चुनाव जीत पाए थे। अनिल कुमार दोहरे 2007 और 2012 में भी विधायक निर्वाचित हो चुके हैं।
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