दिल्ली विश्वविद्यालय परिसर और कॉलेजों को खुलवाने को लेकर अभाविप तथा डूसू के कार्यकर्ता डीयू में मंगलवार से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए हैं। डीयू में उत्तरी परिसर के कला संकाय परिसर के बाहर छात्र मार्ग पर बैठे छात्र संगठन लिखित आदेश की मांग कर रहे हैं। छात्र संगठनों के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली विश्वविद्यालय के दक्षिणी परिसर में भी प्रदर्शन किया था, जिसके बाद दक्षिणी परिसर के निदेशक ने बातचीत के बाद मांगों को जल्द मानने का आश्वासन भी दिया था।
अभाविप डी.डी.एम.ए के आदेश के बावजूद डीयू में ऑनलाइन कक्षाएं चलाने के निर्णय के खिलाफ 7 फरवरी को डीयू के 55 कॉलेजों के प्राचार्यों को ज्ञापन सौंपकर छात्रों की विभिन्न समस्याओं को रखते हुए तत्काल प्रभाव से कॉलेज खोलने की मांग की थी। इसके बावजूद विश्वविद्यालय प्रशासन ने ढुलमुल रवैया अपनाते हुए विश्वविद्यालय परिसर तथा कॉलेजों को खोलने के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया। इसके बाद डीयू के दक्षिणी परिसर मुख्य द्वार के सामने दिनभर धरना प्रदर्शन के बाद अभाविप व डूसू के 9 कार्यकर्ता अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए।
अभाविप के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक तथा दिल्ली प्रांत मंत्री सिद्धार्थ यादव ने कहा कि डीयू परिसर नहीं खोलने के निर्णय के खिलाफ डूसू पदाधिकारियों के साथ अभाविप के 6 कार्यकर्ता अनशन पर बैठे हैं। इसके समर्थन में हम प्रदर्शन कर रहे हैं ताकि विश्वविद्यालय प्रशासन की आंखें खुल सके। जब तक विश्वविद्यालय पूरी तरह नहीं खुलेगा, तब तक हमारा अनशन और विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा।
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