पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर भाजपा सांसद और प्रदेश महासचिव ज्योतिर्मय सिंह महतो के नेतृत्व में भाजपा का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने पुरुलिया सहित बंगाल के विभिन्न इलाकों में बिगड़ती कानून-व्यवस्था पर चिंता व्यक्त की और राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की मांग की। भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद से लगातार पार्टी के कार्यकर्ताओं—समर्थकों पर हमले किए जा रहे हैं, उन्हें डराया धमकाया जा रहा है। यहां तक उनकी हत्या तक की जा रही है। राष्ट्रपति को दिये ज्ञापन में कहा गया है कि राज्य में विधानसभा चुनाव के बाद से पुरुलिया में अराजकता का माहौल है। जिन लोगों ने भारतीय जनता पार्टी को समर्थन दिया था या भाजपा के लिए काम किया था, चुनाव के बाद से उनको निशाना बनाया गया है। उनके लोकसभा क्षेत्र के दामोदर मंडल और निरंजन गोप की हत्या पुलिस की गोली से हुई है। इस हत्या के लिए न्याय की आस में यह परिवार आज भी इंतजार कर रहा है। इसके अलावा त्रिलोचन महतो, दुलाल कुमार, जगन्नाथ टुडू, शिशुपाल सहित कई लोगों की हत्या की थी। ज्ञापन में कहा गया है कि जब से टीएमसी सत्ता में आयी है, तब से विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और आम जनता को ही परेशान करना और राजनीतिक हत्याओं को सिलसिला चल रहा है। आए दिन विपक्षी पार्टी के समर्थकों और कार्यकर्ताओं को डराया-धमकाया जाता है। जब वे नहीं मानते तो जान से भी मार दिया जाता है। इसके चलते लोग पलायन को मजबूर हैं। यही कारण है कि राज्य की बहुत बड़ी आबादी डर के माहौल में जी रही है।
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