दिग्गज गायिका और भारत रत्न लता मंगेशकर अब हमारे बीच नहीं रहीं। लता दीदी ने 92 की उम्र में रविवार सुबह दुनिया को अलविदा कह दिया। प्रभु कुंज स्थित घर से लता मंगेशकर का पार्थिव शरीर शिवाजी पार्क पहुंच चुका है, जहां कुछ देर में लता जी को भतीजे आदित्य मुखाग्नि देंगे। अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पीएम मोदी भी शिवाजी पार्क पहुंच चुके हैं। उनका काफिला करीब 6:20 पर शिवाजी पार्क पहुंचा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने लता दीदी के पार्थिव शरीर पर फूल रखा और झुककर उन्हें प्रणाम किया। इसके बाद पीएम मोदी ने वहां मौजूद लता के परिवारवालों से बातचीत की। पीएम ने वहां मौजूद लोगों का हाथ जोड़कर अभिवादन किया और एक-एक कर सभी से मुलाकात की।
प्रधानमंत्री ने रविवार सुबह उनके निधन के बाद अपने राजनीतिक कार्यक्रम रद्द कर मुंबई जाने का फैसला किया। महाराष्ट्र के राज्यपाल ने उनके आगमन के बारे में ट्वीट कर जानकारी दी थी। मुंबई के शिवाजी पार्क में भारत रत्न लता मंगेशकर को अंतिम विधाई दी जा रही है। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत सभी राजनेता और अन्य गणमान्य हस्तियां मौजूद हैं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जन चौपाल कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुये कहा था कि आज हमारी लता दीदी हमें छोड़ कर चली गईं। उनके कंठ को मां सरस्वती का आशीर्वाद था। उनके जैसे अनेक लोग गर्व से कहेंगे कि लता दीदी को उन्होंने करीब से देखा है। दुनिया भर में लता दीदी के चाहने वाले हैं और इस खालीपन को कभी भरा नहीं जा सकेगा।
पीएम मोदी के साथ लता मंगेशकर के ‘खास रिश्ते’ को किया गया याद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वेबसाइट पर रविवार को स्वर कोकिला लता मंगेशकर और उनके ”खास रिश्ते” को याद किया गया। इसमें कहा गया कि महान गायिका ने वर्ष 2013 में कहा था कि वह मोदी को भारत के प्रधानमंत्री के रूप में देखने की ईश्वर से प्रार्थना करती हैं। वेबसाइट पर ”एक खास रिश्ता” शीर्षक के साथ साझा किए गए लेख में कहा गया, ”लता दीदी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए अपार स्नेह था।” इसमें कहा गया, ”लता दीदी स्वर्गलोक के लिए प्रस्थान कर चुकी हैं। यह भारतीय फिल्म उद्योग के शानदार और मधुर युग का अंत है। उनकी भावपूर्ण आवाज पूरे देश में गूंजी और देश में लाखों दिल जीते। अपने प्रशंसकों द्वारा ‘स्वर कोकिला’ के रूप में बुलाए जाने पर, लता दीदी ने उनके साथ एक विशेष अमूर्त रिश्ता साझा किया। लता दीदी को अपने प्रशंसकों से ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी से भी बेहद लगाव था।”
लता मंगेशकर को फिल्मों में उनके द्वारा दिए गए अभूतपूर्व योगदान के लिए उन्हें कई पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लता मंगेशकर को साल 1969 में पद्म भूषण पुरस्कार ,साल 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार , साल 1999 में पद्म विभूषण(1999) और साल 2001 में 'भारत रत्न' से भी सम्मानित किया गया। वे अविवाहित रहीं। महान गायिका व भारत की अनमोल रत्न लता मंगेशकर सभी के लिए आदर्श हैं और उनका जीवन कई लोगों के लिए प्रेरणादायक है। अपनी सुरीली आवाज़ से दर्शकों के दिलों को छूने वाली लता मंगेशकर के चाहने वालों की संख्या लाखों में है। लता मंगेशकर का निधन संगीत जगत के एक स्वर्णिम युग का अंत है।
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