प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारत रत्न लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि मैं शब्दों की पीड़ा से परे हूं। लता दीदी हमें छोड़कर चली गईं। लता दीदी के जाने से देश में एक ऐसा खालीपन हुआ है, जिसे भरा नहीं जा सकता है। आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी कि लता मंगेशकर कितनी बड़ी कलाकार थीं, जिनकी जिनकी सुरीली आवाज में लोगों को मंत्रमुग्ध करने की अद्वितीय क्षमता थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट में लिखा कि लता दीदी के गाने एक अलग तरह का भाव लाते थे. उन्होंने दशकों तक भारतीय फिल्म इतिहास के बदलाव को देखा है। फिल्मों से भी परे वह देश के विकास के प्रति चिंतित रहती थीं। वह हमेशा मजबूत और विकसित भारत को देखना चाहती थीं।
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि मैं अपने आपको सौभाग्यशाली महसूस करता हूं कि मुझे लता दीदी का स्नेह मिला है। उनके साथ मेरी सभी मुलाकातें कभी न भुला देने वाला अनुभव रहेंगी। सभी देशवासियों के साथ मैं भी लता दीदी के निधन पर दुख व्यक्त करता हूं। मैंने उनके परिवार से बात की और संवेदना व्यक्त की। ओम शांति।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मशहूर गायिका लता मंगेशकर के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट करके लिखा, 'लता जी का निधन मेरे लिए हृदयविदारक है, जैसा कि दुनिया भर के लाखों लोगों के लिए है। उनके गीतों की विशाल श्रृंखला में, भारत के सार और सुंदरता को प्रस्तुत करते हुए, पीढ़ियों ने अपनी आंतरिक भावनाओं की अभिव्यक्ति पाई। उनकी उपलब्धियां अतुलनीय रहेंगी।'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'मैं खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं कि समय-समय पर मुझे लता दीदी का स्नेह और आशीर्वाद प्राप्त होता रहा। अपने अतुलनीय देशप्रेम, मधुर वाणी और सौम्यता से वो सदैव हमारे बीच रहेंगी। उनके परिजनों व असंख्य प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। ॐ शांति शांति'
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लता मंगेशकर के निधन पर दुख जताते हुए लिखा, ‘स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर जी के निधन से भारत की आवाज़ खो गई है। लताजी ने आजीवन स्वर और सुर की साधना की। उनके गाये हुए गीतों को भारत की कई पीढ़ियों को सुना और गुनगुनाया है। उनका निधन देश की कला और संस्कृति जगत की बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं।
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