बिहार में अक्सर किसी न किसी घोटाले की खबर आती है। अब कब्रिस्तान के नाम पर मिले पैसे में भ्रष्टाचार की बात सामने आई है। उल्लेखनीय है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बजट में अलग प्रावधान करके कब्रिस्तानों की घेराबंदी के लिए पैसे आवंटित करवाते रहे हैं, परंतु घोटालेबाजों ने कब्रिस्तान को भी नहीं छोड़ा। एक रिपोर्ट के अनुसार पटना जिले के पुनपुन मेें एक कब्रिस्तान में मिट्टी भराई के नाम पर 44,19,243 रु. का घपला हुआ है। यह कब्रिस्तान पुनपुन की लखना उत्तर-पश्चिम पंचायत में है। रिपोर्ट के अनुसार मनरेगा के तहत यहां स्थित कब्रिस्तान में मिट्टी भराई होनी थी। इसके लिए 44,19,243 रु. का आवंटन हुआ था। लखना हाईस्कूल के पास 3,54,521 रु., ट्यूबबेल के पास 9,34,151 रु. और पासवान टोले के पास 9,59,365 रु. की लागत से कब्रिस्तान में मिट्टी भराई होनी थी। लेकिन भ्रष्टाचारियों ने अधिकारियों की मिलीभगत से मिट्टी भरे बिना ही भुगतान करवा लिया। इसके बाद 2 फरवरी को इस कार्य योजना को पूरा कर देने का शिलापट्ट लगा दिया गया। 3 फरवरी की सुबह उस पर ग्रामीणों की नजर पड़ी तो सभी सन्न रह गए और हंगामा शुरू हो गया।
ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुनपुन प्रखंड प्रमुख गुड़िया देवी को दी। उन्होंने तत्काल मनरेगा के रोजगार सेवक संजय कुमार और पीटीए विनोद कुमार को कार्यस्थल पर बुलाया। लेकिन वे दोनों वहां नहीं पहुंचे। गुड़िया देवी ने कार्यक्रम पदाधिकारी कविता को एक पत्र लिखकर पूरे मामले की अपने स्तर से जांच कर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
बता दें कि बिहार में यह इकलौता मामला नहीं है। वरिष्ठ पत्रकार नवीन कुमार कहते हैं कि इस तरह का घोटाला कोई नहीं बात नहीं है। अगर सरकार गंभीरतापूर्वक कब्रिस्तान घोटाले की जांच करे तो यह मामला करोड़ों रु. का होगा। सरकार की एक रिपोर्ट के अनुसार 2019 में ही बिहार के 75 प्रतिशत कब्रिस्तानों की घेराबंदी हो चुकी थी। 2022 तक तो सभी कब्रिस्तानों की घेराबंदी एवं सौंदर्यीकरण का काम पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
टिप्पणियाँ