उल्लेखनीय है कि चिकित्सा के क्षेत्र में ये सारे बड़े निर्णय योगी सरकार द्वारा कोरोना काल में ही लिए गए. आंकड़ों पर ध्यान दें तो वर्ष 2020-21 में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में पीजी की 1064 सीट थी. वर्ष 2021-22 में बढ़कर 1382 हो गई हैं. वहीं सरकारी मेडिकल कॉलेजों में वर्ष 2020-21 में 1027 सीटें थीं जिनमें इजाफा होने के कारण इनकी संख्या अब 1227 हो चुकी है. कुल मिलाकर पिछले साल की 2091 सीटों की अपेक्षा इस साल सीटें बढ़कर 2608 हो चुकी हैं.
इसी तरह से सरकार ने एमबीबीएस डॉक्टर बनने की आस में बैठे छात्रों के लिए भी प्रदेश में 900 नई सीटों पर दाखिले का फैसला लिया गया था. प्रदेश के नौ नए कॉलेजों में एमबीबीएस की पढ़ाई होगी. प्रत्येक कॉलेज में 100 सीटें हैं. इस लिहाज से पिछले साल के मुकाबले इस साल 900 अधिक सीटों पर दाखिले होंगे.
वर्ष 2020-21 में प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 4150 सीटें थी जो 2021-22 में बढ़कर 4500 हो गई हैं. वहीं सरकारी मेडिकल कॉलेजों में वर्ष 2020-21 में 2928 सीटें उपलब्ध थीं जिनमें इजाफा होने के कारण इनकी संख्या 3828 हो चुकी है.
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