ओवैसी की कार पर फायरिंग, हिंदुओं को बदनाम करने की साजिश तो नहीं ?

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दिनेश मानसेरा
असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोली चलाने वाले दो युवकों को हिरासत में लिया गया है।जिनसे पूछताछ की जारही है। ओवैसी पर हुए इस हमले पर ये सवाल भी उठ रहा है कि ये कोई साजिश तो नहीं जिससे हिन्दू बदनाम हो

 

किठौर से मेरठ आते वक्त टोल बैरियर पर हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष और सांसद असदुद्दीन ओवैसी पर हमले पर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं। ओवैसी की कार पर बीती रात चार गोलियां चलाई गई थी। ओवैसी पर हुए इस हमले पर ये सवाल भी उठ रहा है कि ये कोई साजिश तो नही जिससे हिन्दू बदनाम हो।

पश्चिम यूपी चुनाव प्रचार कर रहे असदुद्दीन ओवैसी की कार पर गोली चलाने वाले दो युवकों को हिरासत में लिया गया है।जिनसे पूछताछ की जा रही है। मेरठ ज़ोन के आई जी प्रवीण कुमार के मुताबिक दोनों युवकों सचिन और शुभम से पुलिस की एसआईटी पूछताछ कर रही है।

जानकारी के मुताबिक दोनों युवकों का सम्बंध देवबंद से है ये वहीं के रहने वाले है, पूछताछ में सचिन ने बताया कि उनकी असद्दुदीन ओवैसी से कोई दुश्मनी नही है उन्हें शिकायत उनके भाई अकबरुद्दीन ओवैसी से है जोकि नफरत की राजनीति फैला रहा है।

असद्दुदीन ओवैसी की कार पर की गई गोली बारी पर सवाल भी उठने लगे है। कहा जा रहा है कि ये हिंदुओ को बदनाम करने की साजिश लगती है, सवाल ये उठ रहा है कि ओवैसी की कार पर हमलावरों ने पिस्तौल नीचे रख कर टायर के पास ही गोली चलाई यानि उनका इरादा उन्हें मारने का नही था, दूसरी बात ये कि हमलावरों को उनके आने का समय और रुट के बारे में किसने जानकारी दी। एक सवाल ये भी उठता है जब कार पर गोली चली तो ओवैसी के सुरक्षा गार्डों ने  जवाबी  फायर क्यों नही किये?  हमलावर इतनी आसानी से कैसे पकड में आगये जबकिं सबको पता था कि उनके पास हथियार है और वो गोलियां चला रहे थे। या तो गोली चलाने वाले नौसिखिया थे या फिर "खास" थे।

ओवैसी के ऊपर हुई गोलीबारी के बारे में पुलिस आज देर शाम तक अपना बयान जारी कर सकती है,घटना स्थल पर फॉरेन्सिक टीम ने भी पहुंच कर जांच पड़ताल की है साथ ही जिस कार पर गोलियां लगी है पुलिस ने उसे भी सीज कर दिया है। पुलिस युवकों से उनके पास से बरामद हथियारों के विषय मे और अन्य विषयों पर गहनता से पूछताछ कर रही है।

ओवैसी ने ट्वीट कर और अपने बयान जारी कर यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए है। तो वहीं बीजेपी सांसद और केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान ने कहा है कि ये बीजेपी और हिन्दू समाज को बदनाम करने का भी एक षड्यंत्र हो सकता है जिसकी पुलिस को निष्पक्ष जांच करनी चाहिए।

ओवैसी पर हुए हमले कि निष्पक्ष जांच के लिए विहिप बजरंग दल हिन्दू जागरण मंच आदि संगठनों ने भी मांग की है और कहा है कि ये एक साजिश दिखती है ताकि हिन्दू संगठन बदनाम हों।

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