उत्तर प्रदेश में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में खुद को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बता कर अपनी राजनीतिक किरकिरी करा ली। अगले दिन उनको समझ में आया कि वे तो खुद को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार मान कर चल रही हैं। तब उन्होंने बयान जारी किया कि ‘क्रोध के कारण ऐसा कह दिया था।’
परंतु उस दिन की प्रेस वार्ता के दौरान जो हुआ, उस पर गौर करने पर स्पष्ट होता है कि वे क्रोध में नहीं थीं। उनसे एक पत्रकार ने प्रश्न पूछा कि कांग्रेस पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन है? प्रियंका गांधी ने बहुत आसान तरीके से प्रति प्रश्न पूछा कि ‘मेरे अलावा और किसी का चेहरा दिखता है क्या?’ इसके बाद प्रियंका ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश में मैं हर मुद्दे पर हमेशा संघर्ष करती रही हूं।’ इसके बाद स्पष्ट हो गया कि प्रियंका गांधी ही उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की तरफ से मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगी। मगर अगले ही दिन प्रियंका गांधी ने यू- टर्न ले लिया। कांग्रेसियों ने एक अरसे से यह प्रचारित करने में काफी ऊर्जा बर्बाद की है कि प्रियंका गांधी के नाक-नक्श इंदिरा गांधी से मिलते हैं, इसलिए राहुल के विफल होने के बाद प्रियंका, प्रधानमंत्री पद के लिए एक बेहतर विकल्प हो सकती हैं। इस लिहाज से उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार माना जाना चाहिए मगर वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका गांधी भी कोई करिश्मा नहीं कर पाईं।
इस यू-टर्न का कारण गुस्सा ही था या कुछ और! जरा उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के हालात पर नजर डालें तो प्रियंका का यह कहना सही है कि ‘मेरे अलावा और किसी का चेहरा दिखता है क्या?’ उनका यह प्रतिप्रश्न प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति को बयां करता है। प्रदेश में जो भी पार्टी के चेहरे थे, वे कांग्रेस की हालत से खिन्न होकर पार्टी छोड़ चुके हैं। इनमें कुछ बड़े नाम जतिन प्रसाद, आरपीएन सिंह के लिये जा सकते हैं। इसके अलावा गांधी परिवार के कई पीढ़ियों से वफादार रहे राजेशपति त्रिपाठी के पुत्र ललितेश पति त्रिपाठी का भी नाम पार्टी छोड़ने वालों में है। ऐसी स्थिति में अगर प्रियंका नाम कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर सामने आ जाए तो चुनाव में कांग्रेस की खराब हालत का ठीकरा भी प्रियंका के माथे ही फूटेगा। इसलिए प्रियंका को यू टर्न लेना पड़ा।
अगले दिन क्रोध में आने की सफाई तब ठीक मानी जाती अगर साथ ही वे यह बतातीं कि कांग्रेस की ओर से उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद का चेहरा कौन है? बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रियंका के यू-टर्न करने पर उन्हें घेर लिया। मायावती ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी की हालत इतनी ज्यादा खस्ताहाल है कि पार्टी की मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार ने कुछ घंटों के भीतर ही अपना स्टैंड बदल डाला है। ऐसे में बेहतर होगा कि लोग कांग्रेस को वोट देकर अपना वोट बर्बाद ना करें। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस जैसी पार्टियां लोगों की नजर में वोट काटने वाली पार्टियां हैं।’
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