स्वामी विवेकानंद ने अमेरिका के शिकागो में एक भाषण दिया था, करीब 458 शब्दों में। 11 सितंबर 1893 का वह भाषण आप भी भूले नहीं होंगे। आपको वह जरूर याद होगा, क्योंकि वह भाषण भारत की आत्मा से जुड़ा था। उन्होंने कहा था कि मुझे ऐसे देश से होने पर गर्व है, जो सभी को शरण देता है। मैं ऐसे देश से हूं, जो सभी धर्मों की जननी है। उनके इस भाषण को 128 साल से ज्यादा हो गए हैं।
भारतीय संस्कृति कई आघातों को सहकर भी अडिग है, अमिट है। दुनिया के हर कोने में भारतीय हैं और वे जहां रहते हैं अपनी संस्कृति की छाप जरूर छोड़ते हैं। और इसी का नतीजा है कि दुनिया भर में भारत की वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को प्रणाम किया जाता है। ऐसी ही बढ़िया खबर विदेश से आई है।
अमेरिकी गायिका और अभिनेत्री मैरी मिलबेन ने भारत के लिए इतने सुंदर शब्दों का प्रयोग किया है। जिसे जानकर हम सभी को और गर्व महसूस होगा। उन्होंने भारत को सभी की मातृभूमि कहा है। इसके माध्यम से उन्होंने कह दिया कि भारत पूरी दुनिया के वंदनीय है। इजरायल और भारत के बीच कूटनीतिक संबंधों के तीस साल पूरे होने पर उन्होंने कहा कि दो पवित्र भूमि मुझे प्रिय हैं। पहला है पवित्र देश इजरायल। और दूसरा है भारत, सभी की मातृभूमि।
भारत के प्रति उन्होंने अपना प्रेम इससे पहले भी जाहिर किया है। उन्होंने गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया है। इसमें वह राष्ट्रगान गा रही हैं। उनके इस वीडियो को भी भारत में काफी प्यार मिला।
यह भारतीयों का संस्कार ही है कि वे हर जगह प्रेम और सद्भावना की बयार बहा रहे हैं। और, यह उन लोगों का दुर्भाग्य है, जो भारत में रहकर भी भारत और यहां की हिंदू संस्कृति को नहीं समझ पाये हैं। वे वैश्विक मंच पर भारत की छवि खराब करने की पूरी कोशिश करते हैं, जिसमें वे कभी भी सफल नहीं हो पाएंगे। और यह खबर उन्हें जरूर पढ़ाएं।
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