गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक श्री मोहनराव भागवत ने त्रिपुरा की राजधानी अगरतला स्थित संघ कार्यालय में तिरंगा फहराया। वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री भागवत ने कहा कि भारत एक शांतिप्रिय देश है, इसे पूरे विश्व में भाईचारे और शांति का संदेश फैलाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि तिरंगे में सबसे ऊपर केसरिया रंग है।
यह रंग साहस, बलिदान और उत्साह का प्रतीक है। ये सब गुण हम सबके जीवन में दिखाई देने चाहिए। इन्हीं गुणों के आधार पर हमारे प्राचीन शासकों और स्वतंत्रता सेनानियों ने देश का निर्माण किया। उन्होंने हरे रंग को प्रगति का प्रतीक बताया। वहीं तिरंगे के मध्य में बने चक्र को उन्होंने धर्मचक्र बताते हुए कहा कि यह हमारे सामाजिक, सांस्कृतिक दर्शन और उसकी मान्यता का प्रतीक है। इस अवसर पर अनेक संगठनों के वरिष्ठ कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में स्वयंसेवक उपस्थित थे।
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