पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस बुरी तरह घिर गई है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने कहा कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के दोस्त नवजोत सिद्धू की सरकार पंजाब की अखंडता और शांति के लिए खतरा है। इसलिए पंजाब में तुरंत राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। राज्य की कानून-व्यवस्था पूरी तरह से खराब हो गई है। इस स्थिति को देखते हुए तुरंत राज्य में रेड अलर्ट जारी किया जाना चाहिए, जिससे प्रदेश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो सके।
चुघ कहा कि जिस पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष ऐसे देश से संपर्क रखता हो, जो हर वक्त भारत के खिलाफ साजिश रच रहा है, इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि कांग्रेस के नेता किस हद तक चले गए हैं। उन्हें अपने देश से ज्यादा पाकिस्तान के नेताओं से प्यार है। पंजाब का मतदाता इस बात को देख और समझ रहा है। वह इसका जवाब देगा। इस बार पंजाब में कांग्रेस जा रही है, क्योंकि लोगों को पता चल गया है कि यह पार्टी पंजाब की शांति और भाइचारे के लिए गंभीर खतरा है। इसलिए उन्होंने मन बना लिया कि इस सरकार को चलता किया जाए।
पंजाब का सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश
उन्होंने कहा कि राज्य के खिलाफ षड्यंत्र किया जा रहा है। लगातार कोशिश हो रही है कि पंजाब के अमन-चैन को खत्म कर दिया जाए। इससे कांग्रेस का चाल चरित्र और चेहरा पता चल रहा है। किस तरह से देश से गद्दारी हो रही है। पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा के दौरान जानबूझकर उनकी सुरक्षा की अनदेखी की गई है। इस मामले में जो भी दोषी हैं, सभी पर देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए। मामले की जांच एनआईए कर रही है।
चुघ ने कहा कि कांग्रेस सरकार राज्य के मतदाताओं का विश्वास खो चुकी है। इसलिए इनके नेता गड़बड़ी फैला सकते हैं ताकि लोगो को डरा कर उनका वोट हासिल कर सकें। लेकिन राज्य के मतदाता इससे डरने वाले नहीं हैं। फिर भी पंजाब में केंद्रीय सुरक्षा बल तैनात किए जाने चाहिए, क्योंकि सरकार चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी करा सकती है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय गैंगस्टर के साथ मिल कर पाकिस्तान की शह पर खूनी साजिश रच रहे हैं। इसमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई भी शामिल है, जो देश को तोड़ना चाहती है। पंजाब सरकार इनके इशारे पर काम कर रही है। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान जान-बूझ कर उनकी सुरक्षा में लापरवाही बरती गई। संयोग अच्छा रहा कोई अनहोनी नहीं हुई, अन्यथा साजिश करने वालों ने तो जबरदस्त योजना बनाई थी।
बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आरोप लगाया था कि मंत्री बनने के लिए सिद्धू ने पाकिस्तान से फोन कराया था। कैप्टन के आरोपों के बाद से कांग्रेस में खलबली मची हुई है। सीमांत राज्य होने की वजह से यह संवेदनशील माना जाता है। पंजाब की सुरक्षा को सबसे बड़ा खतरा पाकिस्तान की ओर से रहता है।
इससे पहले अकाली दल के नेता बिक्रमजीत सिंह मजीठिया भी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय पर इसी तरह के आरोप लगा चुके हैं। मजीठिया ने तो यहां तक कहा था कि एक ऑडियो से पता चल रहा है कि पूर्व डीजीपी गैंगस्टर के साथ बैठे हैं। पीएम दौरे के बाद गैंगस्टर बोल रहा है कि पीएम को बता देंगे। मजीठिया के बयान को आधार बनाकर अब भाजपा ने भी कांग्रेस पर बड़ा हमला बोल दिया है।
इस आरोप के मायने क्या?
पंजाब के वरिष्ठ पत्रकार सुखदेव सिंह ने बताया कि यह बड़ा बयान है। मजीठिया प्रकरण के बाद कांग्रेस की परेशानी बढ़ रही है। पहले अकाली दल और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि मजीठिया को गलत तरीके से फंसाया जा रहा है। अब पीएम की सुरक्षा में चूक की बात कहते हुए भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया है। भाजपा ने पीएम की सुरक्षा का मामला उठाया, लेकिन इशारा मजीठिया के उस बयान की ओर है, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व डीजीपी और गैंगस्टर में बातचीत हुई है।
कांग्रेस के लिए बचाव मुश्किल
पंजाब में कांग्रेस में फूट पड़ी हुई है। टिकट बंटवारे के बाद पार्टी में कई जगह बगावत हो रही है। मुख्यमंत्री की दावेदारी को लेकर मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और नवजोत सिंह सिद्धू में एक-दूसरे से बेहतर साबित करने की होड़ लगी है। इन हालात में पार्टी के लिए कौन सोचेगा? जो आरोप लग रहे हैं, उनके जवाब कौन देगा? यूं भी आरोप भले ही कांग्रेस पर लग रहे हो, लेकिन निशाने पर सीधे सिद्धू हैं। इसलिए कांग्रेस के भीतर सिद्धू विरोधी खेमा भी इस स्थिति पर चुप रह कर हालात का आकलन करने में लगा हुआ है। पंजाब की राजनीति की समझ रखने वाले साहित्यकार हरदेव सिंह का मानना है कि सुरक्षा पंजाब में बड़ा मसला है। यहां हर वक्त पाकिस्तान गड़बड़ी फैलाने की कोशिश में रहता है। निश्चित ही इन आरोपों से कांग्रेस की मुश्किल बढ़ सकती है।
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