यूपी में महिलाओं और बेटियों की सुरक्षा के लिए कई ठोस कदम उठाए गए हैं जिसका परिणाम है कि महिलाओं व बेटियों की शिकायतों का तेजी से निस्तारण व मनचलों पर कड़ी कार्रवाई हो रही है. मार्च 2017 से अब तक के आंकड़ों के अनुसार वूमेन पावर लाइन 1090 पर मार्च 2017 से अब तक अलग अलग मामलों में दर्ज शिकायतों में से 99.7 प्रतिशत शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है. जुलाई 2020 से वूमेन पावर लाइन के माध्यम से फैमिली फ्रेंड एवं रिलेटिव की काउंसलिंग की भी शुरुआत की गई.
एनसीआरबी 2019 के अनुसार, महिलाओं के विरुद्ध अपराधों में सजा दिलाने में भी देश में उत्तर प्रदेश प्रथम स्थान पर है. महिलाओं के विरुद्ध घटित अपराधों के अंतर्गत वर्ष 2016 के सापेक्ष वर्ष 2019 में बलात्कार के अपराधों में 36.04 प्रतिशत, दहेज मृत्यु में 2.5 प्रतिशत एवं अपहरण के अपराधों में 10.04 प्रतिशत की कमी आई है.
मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत महिला सुरक्षा के लिए 1,535 थानों में शक्ति मोबाइल, महिला हेल्प डेस्क के जरिए अराजक तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है. इसके साथ ही उन लोगों के परिवार के जिम्मेदार सदस्य की सोशल काउंसलिंग व उनसे सदाचारिता के शपथ पत्र भी भरवाए जा रहे हैं.
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