पूर्व ओलंपिक हॉकी खिलाड़ी चरणजीत सिंह का गुरुवार सुबह तड़के 5 बजे हिमाचल प्रदेश के ऊना में निधन हो गया। उनके नेतृत्व में भारत ने 1964 में टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था। चरणजीत सिंह ऊना जिला के अम्ब उप-मंडल के अन्तर्गत मैड़ी के निवासी थे। उन्होंने अपने पैतृक स्थान में अन्तिम सांस ली। वह 92 वर्ष के थे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने महान हॉकी खिलाड़ी चरणजीत सिंह के निधन पर दुख जताते हुए कहा कि भारतीय हॉकी टीम की सफलताओं में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने शोक संदेश में कहा कि चरणजीत सिंह एक शानदार खिलाड़ी थे। उन्हें खेल के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए पदमश्री और अर्जुन अवार्ड से अलंकृत किया गया था। मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को इस अपूर्णीय क्षति को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज, कृषि, मत्स्य तथा पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर तथा छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने पद्मश्री चरणजीत सिंह के निधन पर शोक प्रकट किया है। उन्होंने शोकाकुल परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। कंवर व सत्ती ने कहा कि चरणजीत सिंह ने जीवन में ईमानदारी व अनुशासन को हमेशा वरीयता दी और एक पूरी पीढ़ी को खेलों के प्रति प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि चरणजीत सिंह की दुखद मृत्यु खेल जगत के लिए अपूर्णीय क्षति है।
टिप्पणियाँ