कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी कभी चीन के प्रोपेगेंडा को हवा दे देते हैं तो कभी पाकिस्तान को लेकर भारत सरकार पर सवाल उठाते हैं और हर बार उन्हें आईना दिख जाता है। इस बार उन्हें ट्विटर ने जवाब दिया है।
दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर राहुल गांधी के फालोअर्स की संख्या घट रही है। हर बार की तरह इसमें भी उन्हें केंद्र सरकार का हस्तक्षेप दिखने लगा। उन्होंने ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को इस संबंध में पिछले साल दिसंबर में पत्र लिखा था। उन्होंने कहा कि भारत में अभिव्यक्ति की आजादी पर अंकुश लगाने में ट्विटर की अनजाने में मिलीभगत रही है। उन्होंने कहा कि 2021 में अगस्त से पहले तक उनके फालोअर्स की संख्या ठीक-ठाक थी। हर महीने करीब चार लाख फालोअर्स बढ़े, लेकिन अगस्त के बाद संख्या घटने लगी। उन्होंने कुछ नेताओं का डाटा भी भेजा।
उनके पत्र पर ट्विटर ने जवाब दिया है। ट्विटर के प्रवक्ता की तरफ से कहा गया है- हम चाहते हैं कि सभी विश्वास रखें कि फॉलोअर्स की संख्या सार्थक और सटीक है। ट्विटर अपने प्लेटफॉर्म पर हेरफेर और स्पैम के प्रति जीरो-टॉलरेंस की नीति अपनाता है। हम बड़े पैमाने पर स्पैम और दुर्भावनापूर्ण स्वचालन के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। अच्छी सेवा उपलब्ध कराने और विश्वसनीय खातों का संचालन सुनिश्चित करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, इसलिए फॉलोअर्स की संख्या में उतार-चढ़ाव हो सकता है। ट्विटर प्लेटफार्म पर हेरफेर और स्पैम करने और हमारी नीतियों का उल्लंघन करने के चलते हम प्रत्येक सप्ताह लाखों खाते हटाते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप नवीनतम ट्विटर पारदर्शिता केंद्र अपडेट देख सकते हैं। ट्विटर के जवाब के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स राहुल गांधी को ट्रोल कर रहे हैं। उनका कहना है कि अब राहुल गांधी को चुनाव आयोग से भी शिकायत करनी चाहिए। एक यूजर ने कहा कि आपने पुलवामा का मजाक उड़ाया, आपने पाकिस्तान और चीन का गुणगान किया। आप मुस्लिम तुष्टिकरण की बात करते रहे, इस सब से आप का मजाक उड़ा। समय है बदल जाओ। बता दें कि पुलवामा हमले की बरसी पर राहुल गांधी ने कुछ सवाल उठाए थे। उसमें यह भी पूछा था कि इस हमले से सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ ?
राहुल गांधी ने हाल ही में चीन के गलवान में झंडा लहराने के फर्जी वीडियो को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की थी। उन्होंने इस वीडियो के आधार पर ट्वीट किया कि गलवान में हमारा तिरंगा अच्छा लगता है… मोदी जी चुप्पी तोड़िये। चीन के प्रोपेगेंडा में राहुल गांधी फंस गए। गलवान से भारतीय जांबाजों के साथ तिरंगे लहराते हुए फोटो आई। कुछ दिन बाद पता चला कि चीन का वीडियो फर्जी था। चीन के वीडियो में चीनी सैनिक नहीं, बल्कि फिल्मी कलाकार थे। एक अंतरराष्ट्रीय पोर्टल ने बताया कि यह वीडियो गलवान से 28 किलोमीटर दूर शूट किया गया था।
अभी हाल ही में अरुणाचल प्रदेश से 19 साल का युवक मिराम तेरोन लापता हो गया था। वह चीन पहुंच गया था। इसको लेकर राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि सरकार हो तो फर्ज निभाओ, मीराम को वापस लाओ। उनके ट्वीट करने के कई घंटे पहले इस संबंध में सेना के प्रवक्ता का बयान आ चुका था। सेना के प्रवक्ता ने बता दिया था चीनी सेना ने लापता बच्चे को ढूंढ लिया है। इसके बावजूद राहुल गांधी ने सरकार को घेरने के लिए ट्वीट किया। मिराम वापस आ गया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि चीनी पीएलए ने अरुणाचल प्रदेश के युवक मिराम तारोन को भारतीय सेना को सौंप दिया है। मेडिकल जांच सहित उचित प्रक्रियाओं का पालन किया जा रहा है।
लोकतंत्र में असहमति का सम्मान किया जाता है। विचारों से असहमत हो सकते हैं, लेकिन इसकी भी एक सीमा होती है। राष्ट्र से बढ़कर कुछ नहीं होता है। यूजर्स राहुल गांधी को नसीहत दे रहे हैं कि राजनीति करने का स्वभाव बदलना होगा।
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