आंध्र प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए विदेश एवं संसदीय मामलों के राज्यमंत्री वी मुरलीधरन ने राज्य की सत्तारूढ़ जगनमोहन रेड्डी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आंध्र सरकार देशद्रोहियों को संरक्षण दे रही है और कानून की रक्षा करने वालों को गिरफ्तार कर रही है। उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य के लोग कुशासन और भ्रष्टाचार से त्रस्त थे, लेकिन अब तो कानून-व्यवस्था ही खतरे में पड़ गई है। उनका यह बयान भाजपा नेता बी श्रीकांत रेड्डी की गिरफ्तारी के बाद आया है। आत्मकुर में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर एक साम्प्रदायिक झड़प के दौरान गिरफ्तार किया गया था।
भाजपा नेता श्रीकांत रेड्डी और भाजपा जिलाध्यक्ष नंदयाल जिस केंद्रीय जेल में बंद हैं, वहां का दौरा करने के बाद मुरलीधरन ने मीडियाकर्मियों को बताया, "श्रीकांत रेड्डी हिंसा और भीड़ को भड़काने के लिए आत्माकुर नहीं गए थे। वे इसलिए गए थे, क्योंकि वहां अवैध तरीके से एक मस्जिद बन रहा था। स्थानीय प्राधिकरण ने निर्माण की अनुमति नहीं दी थी, इसलिए स्थानीय लोग आपत्ति जता रहे थे। वे पुलिस की अनुमति लेकर वहां जांच करने गए थे और अपने दौरे की अग्रिम सूचना भी एसपी को दी थी। वहां भीड़ ने उन पर हमला किया और उनके वाहन में आग लगा दी। वे जान बचाकर भागे, नहीं तो उनकी हत्या कर दी जाती। मुझे आशंका है कि वहां उन्हें जान से मारने की पूरी साजिश थी। लेकिन जगनमोहन रेड्डी सरकार ने क्या किया? सरकार ने उस व्यक्ति को ही गिरफ्तार कर लिया जो अवैध गतिविधियों को अंजाम देने वाले लोगों को सामने लाने की कोशिश कर रहा था। सरकार उन लोगों को बचा रही है, जिन्होंने कानून तोड़ा, जो देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे।"
मुरलीधरन ने कहा, "यह पहली घटना नहीं है। पिछले तीन वर्षों से प्रदेश की जनता सरकार में कुशासन और भ्रष्टाचार से त्रस्त हैं। लेकिन अब, यह कानून और व्यवस्था के स्तर पर चला गया है। जो लोग कानून का सम्मान करते हैं, वे पीड़ित हैं और कानून तोड़ने वालों को आंध्र प्रदेश में सुरक्षा मिल रही है। सरकार को श्रीकांत रेड्डी को बधाई देनी चाहिए, इसके बजाय वह जेल में हैं। मेरी मांग है कि श्रीकांत रेड्डी को रिहा किया जाए, उन पर दर्ज मामले वापस लिए जाएं और दोषियों पर मामले दर्ज किए जाएं। इस मामले की जांच भी होनी चाहिए।" उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं को आत्मकुर में प्रवेश नहीं करने दिया गया, जबकि वाईएसआरसीपी नेताओं को जाने दिया गया। क्या भाजपा नेता भारत का हिस्सा नहीं हैं? मुख्यमंत्री ने संविधान को बनाए रखने के लिए संविधान के नाम पर शपथ ली है। कुरनूल और आसपास के इलाकों में आतंकी और इस्लामी कट्टरपंथी गतिविधियां हो रही हैं। ये लोग राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं। यहां उन्हें खाद-पानी मिल रहा है। इस हिंसा में एसडीपीआई और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया शामिल हैं। केरल में इन्होंने दो लोगों की हत्या की। वे संविधान के खिलाफ हैं, लेकिन जगन मोहन रेड्डी सरकार संरक्षण दे रही है।
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