पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर अत्याचारों की लंबी सूची में एक घटना और जुड़ गई है। वहां 45 साल के शादीशुदा और दो बच्चों के अब्बा मोहम्मद ने महज 14 साल की पड़ोस में रहने वाली लड़की का अपहरण किया। इतना ही नहीं, उसने उसे मुस्लिम बनाकर जबरन निकाह भी कर लिया।
पाकिस्तान में हिन्दू—ईसाई—सिख लड़कियों के अपहरण, कन्वर्जन तथा जबरन निकाह करने का यह ताजा मामला लाहौर में देखने में आया है। वहां 14 साल की ईसाई लड़की को उसके ही पड़ोसी मोहम्मद ने अपने साथियों के साथ मिलकर अगवा किया। फिर उसका इस्लाम में कन्वर्जन करके उससे जबरन निकाह किया है।
हालांकि यह घटना कुछ दिन पहले की है, लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की बदहाली के ताजा उदाहरण के तौर पर समुदाय में आक्रोश की वजह बनी हुई है। मॉर्निंग स्टार न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट है कि लाहौर छावनी की 14 साल की लड़की महनूर अशरफ 4 जनवरी की प्रात: अपने 8 साल के भतीजे के साथ पास की दुकान तक जाने के लिए घर से निकली थी। लेकिन वह लौटकर घर नहीं आई। उसके साथ गए भतीजे ने लौटकर परिवार को बताया कि पड़ोसी 45 वर्षीय मोहम्मद अली खान गोरी ने अपने तीन साथियों—मुहम्मद वकास, रजा अली तथा इमरान के साथ मिलकर महनूर को अगवा कर लिया है। मोहम्मद कथित तौर पर शादीशुदा है और दो बच्चों का बाप है।
मोहम्मद अली खान गोरी ने अपने तीन साथियों—मुहम्मद वकास, रजा अली तथा इमरान के साथ मिलकर महनूर को अगवा किया था। 45 साल का मोहम्मद कथित तौर पर शादीशुदा है और दो बच्चों का बाप है। पुलिस उस बच्ची को अपराधियों के चंगुल से आजाद कराने में कोई दिलचस्पी नहीं ले रही।
मॉर्निंग स्टार के संवाददाता को महनूर के बड़े भाई अकरम मसीह चौधरी ने बताया कि लड़की को अगवा करने की खबर मिलते ही परिवार ने उसे बहुत तलाशा। वे मोहम्मद के घर गए, लेकिन वह वहां नहीं मिला। मसीह के अनुसार, मोहम्मद उनका पड़ोसी है और उसके परिवार से उनके अच्छे संबंध रहे थे।
नाबालिग लड़की पिता अशरफ मसीह चौधरी ने 5 जनवरी को एक पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। रिपोर्ट में बेटी के अपहरण, जबरन कन्वर्जन की शिकायत करते हुए सभी संदिग्धों के नाम दिए गए हैं। मोहम्मद पर नाबालिग लड़की से अवैध रूप से निकाह करने का भी आरोप लगाया गया। लेकिन पुलिस ने इस मामले पर कुछ खास कार्रवाई नहीं की।
अकरम के अनुसार, 7 जनवरी को मोहम्मद के परिवार ने बताया कि महनूर ने कथित तौर पर इस्लाम मजहब अपना लिया है और तीन दिन पहले मोहम्मद से निकाह कर लिया है। उन्होंने बताया कि वहीं मौलवी मोहम्मद इबरार ने निकाह कराया। अकरम का कहना था कि इस्लामिक निकाहनामे में महनूर की उम्र 19 साल लिखी गई है, जबकि उसके जन्म प्रमाण-पत्र में उसका जन्म 19 अगस्त 2007 दर्ज है। पुलिस अभी तक उस लड़की को अपराधियों के चंगुल से आजाद नहीं करा पाई है। लड़की के भाई के अनुसार, पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर रही है।
A Delhi based journalist with over 25 years of experience, have traveled length & breadth of the country and been on foreign assignments too. Areas of interest include Foreign Relations, Defense, Socio-Economic issues, Diaspora, Indian Social scenarios, besides reading and watching documentaries on travel, history, geopolitics, wildlife etc.
टिप्पणियाँ