पाकिस्तान अधिक्रांत कश्मीर के निवासियों के प्रति इस्लामाबाद की लापरवाही और नफरती नीतियां हद से ज्यादा बढ़ चुकी हैं। वहां के लोगों को बेवजह सताया जा रहा है, उन्हें उनके घरों से बेघर किया जा रहा है। लोग अपने छोटे बच्चों के साथ सड़क पर पड़े जाड़े की मार सहने को विवश हैं क्योंकि प्रशासन ने उन्हें घरों से बेदखल कर दिया है। लोगों की बुनियादी जरूरतें पूरी नहीं की जा रही हैं। इन सब परिस्थितियों से तंग आकर मुजफ्फराबाद के लोग अब भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
मुजफ्फराबाद के निवासियों में से एक मलिक वसीम अपने बीवी-बच्चों के साथ सड़क पर भटकने को मजबूर कर दिया गया है। पीओके के अधिकारियों ने उसे उसके घर से ही बेदखल कर दिया है। ऐसे अमानवीय प्रशासन के अत्याचार से छुटकारा दिलाने के लिए वे अब मोदी से आस लगाए हुए हैं।
भारत से मदद की गुहार करने वाले नागरिक मलिक वसीम अपने बीवी-बच्चों को लेकर गला देने वाले जाड़े खुले आसमान के नीचे बिताने को मजबूर है। सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में मलिक वसीम बोल रहा है कि उसे तथा उसके परिवार को मुजफ्फराबाद के प्रशासन की अमानवीयता से बचाया जाए।
भारत से मदद की गुहार करने वाले नागरिक मलिक वसीम अपने बीवी-बच्चों को लेकर गला देने वाले जाड़े खुले आसमान के नीचे बिताने को मजबूर है। सोशल मीडिया पर उसका एक वीडियो वायरल हुआ है। उस वीडियो में मलिक वसीम भारत से मदद देने की बात कहता दिख रहा है। वह बोल रहा है कि उसे तथा उसके परिवार को मुजफ्फराबाद के प्रशासन की अमानवीयता से बचाया जाए।
वीडियो में सड़क किनारे खाट पर अपने बीवी-बच्चों के बगल में मौजूद दिख रहे वसीम ने कहा है कि पुलिस वालों ने उसके घर को सील कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, पुलिस और यहां के प्रशासनिक अधिकारियों की साठगांठ की वजह से मलिक के घर तथा जमीन पर कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया है। मलिक का कहना है कि उसकी वह जमीन भारत की है। अब उस पर दूसरे लोगों ने कब्जा कर लिया है।
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