दिल्ली में नाबालिग लड़की को किडनैप करके रेप करने और कन्वर्जन कराने का मामला सामने आया है, जहां एक साल बाद पुलिस ने लड़की को उस दरिंदे के चंगुल से सुरक्षित निकाला है। वहीं, आरोपी नावेद को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ अपहरण व पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर इलाके से पिछले साल अक्टूबर माह में एक नाबालिग लड़की को नावेद नामक आरोपी ने अगवा कर लिया था। परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर पुलिस पीड़िता की तलाश में जुटी थी। मिशन मुक्ति फाउंडेशन के निदेशक वीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि 10 अक्टूबर को यह लड़की गायब हुई थी। इस संबंध में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई गई थी और उन्हें राइट्स आफ वूमेन एंड चिल्ड्रेन फाउंडेशन की ओर से इसकी जानकारी मिली थी। उन्होंने कहा कि इस बीच पता चला कि लड़की उत्तम नगर इलाके में हैं। जिसके बाद उनकी टीम दिल्ली पुलिस की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के साथ पूछते-पूछते नाबालिग लड़की के पास जाने में सफल हुई, जहां आरोपी नावेद भी मौजूद था। लड़की को वहां से सुरक्षित निकाला गया और आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया गया।
अपहरणकर्ता आरोपी नावेद लगातार नाबालिग के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम देता रहा। गर्भवती होने पर दो बार उसका गर्भपात भी कराया। अभी भी पीड़िता गर्भवती है। आरोपी ने नाबालिग का कन्वर्जन कराकर उसका नाम सोफिया रख दिया था। उस पर नमाज पढ़ने का भी दबाव बनाया जा रहा था। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने स्थानीय मस्जिद में निकाह किया था। हालांकि उसके पास से किसी प्रकार का दस्तावेज नहीं मिला है। नाबालिग लड़की मूल रूप से नेपाल की रहने वाली है। आरोपी नावेद के पास से परिचय पत्र के रूप में कोई भी दस्तावेज नहीं मिला है। इसलिए यह साफ नहीं हो पाया है कि आरोपी भारत का ही है या फिर बांग्लादेशी है।
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