उत्तराखंड में फरवरी महीने की सर्दी बर्फबारी के बीच अगली विधानसभा के लिए वोट डाले जाएंगे। 14 फरवरी के दिन पहाड़ों के कई गांवों में बर्फ पड़े रहने से वहां वोटिंग करवाना जिला प्रशासन के लिए चुनौती होगा। उत्तराखंड में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होने हैं।
उत्तराखंड में 21 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी। 28 जनवरी तक नामांकन। 29 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच और 31 जनवरी तक प्रत्याशी अपने नाम वापस ले सकेंगे। 14 फरवरी को मतदान और 10 मार्च को चुनाव परिणाम आएंगे। चुनाव आयोग के निर्देश पर राज्य में बाइक रैली, जुलूस, छोटी बड़ी जनसभाओं पर 15 जनवरी तक रोक लगा दी है। चुनाव आयोग के तेवर देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आगामी चुनाव प्रचार डिजिटल मीडिया पर आधारित लड़ा जाएगा।
उत्तराखंड में 604 मतदान स्थल ऐसे हैं, जहां मतदान कर्मियों को सड़क से कम से कम पांच और ज्यादा से ज्यादा 15 किमी पैदल चल कर जाना है, जिनमें कई पोलिंग बूथ ऐसे हैं, जहां फरवरी माह मे बर्फ पड़ी रहती है। वहां वोट कैसे पड़ेंगे? इस सवाल के जवाब में निर्वाचन आयोग के प्रमुख आयुक्त राजीव चंद्रा ने कहा यदि वहां हिमपात की दशा में पोलिंग नीचे की तरफ पोलिंग स्टेशन बनाकर जिला निर्वाचन अधिकारी मतदान करवाएंगे। उधर बसपा के बाद आम आदमी पार्टी ने 28 प्रत्यशियों की सूची जारी कर दी। आप के प्रवक्ता रविन्द्र जुगरान ने शनिवार को पार्टी छोड़ कर बीजेपी में घर वापसी कर ली।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2017 का 70 विधानसभा सीटों पर समीकरण
कुमाऊं मंडल में 29 विधानसभा सीटें हैं
गढ़वाल मंडल में 41 विधानसभा सीटें हैं
गढ़वाल में भाजपा को 34 सीट मिली थी
गढ़वाल में कांग्रेस को मिली थी 6 सीटें
कुमाऊं में भाजपा को मिली थी 23 सीटें
कुमाऊं में कांग्रेस को मिली थी 5 सीटें
एक निर्दलीय विधायक गढ़वाल से जीते एक कुमाऊं से
2017 विधानसभा चुनाव की दलीय स्थिति
कांग्रेस 11
भाजपा 57
अन्य 2
उत्तराखंड में 2017 विधानसभा चुनाव पार्टियों का वोट प्रतिशत
बीजेपी 46.5 प्रतिशत
कांग्रेस 33.5 प्रतिशत
बसपा 7.04 प्रतिशत
यूकेडी 0.07 प्रतिशत
सपा 0.4 प्रतिशत
नोटा 1.0 प्रतिशत
2017 विधानसभा चुनाव में बसपा, सपा और यूकेडी का खाता नहीं खुला था। आम आदमी पार्टी ने चुनाव नहीं लड़ा था।
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