उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोविड नियमों, नई गाइडलाइन का पालन कराने व अस्पतालों की सुविधाओं की निगरानी के निर्देश दिए हैं। उन्होंने राज्य स्तरीय स्वास्थ्य विशेषज्ञ परामर्श समिति के डॉक्टरों द्वारा दी गई सलाह पर काम करने के भी आदेश दिए हैं।
अन्य राज्यों के मुकाबले यूपी में दैनिक केसों की संख्या अभी कम है। मगर आबादी के हिसाब से प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में कई मेडिकल सुविधाओं में सुधार करते हुए चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार के लिए कई अहम फैसले लिए हैं, जिसका परिणाम है कि यूपी दूसरे प्रदेशों के मुकाबले तीसरी लहर से लड़ने में सक्षम है। बेड, ऑक्सीजन, पीकू नीकू, सीएचसी पीएचसी एवं वेंटिलेटर की सुविधाओं में इजाफा होने से अस्पताल पूरी तौर पर तैयार हैं।
'सेल्फ इम्पोजड लॉकडाउन' से राज्य के लोग तीसरी लहर को रोक सकते हैं। सरकार की ओर से जारी कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। फिलहाल ओमिक्रॉन इतना भयावह नहीं है। वैक्सीनेशन के कारण लोगों पर संक्रमण का प्रभाव ज्यादा देखने को नहीं मिल रहा है। तीसरी लहर से बचने के लिए वैक्सीनेशन के साथ ही लोगों को खुद से भी सतर्क रहने की जरूरत है।
राज्य सरकार हर एक प्रदेशवासी के जीवन और जीविका की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। राज्य स्तर पर गठित स्वास्थ्य विशेषज्ञ सलाहकार पैनल से परामर्श के आधार पर व्यापक जनहित में सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से लोगों तक सटीक व पूरी जानकारी दिए जाने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि विशेषज्ञों का मानना है कि यह वेरिएंट पूर्व के वैरिएंट्स की तुलना में बहुत कम नुकसानदायक है।
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