आगरा जिलाधिकारी ने जिले के छह प्रभावशाली लोगों को जांच पड़ताल के बाद भू-माफिया घोषित करते हुए कहा है इनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। ये भू-माफिया सरकारी जमीन को खुर्दबुर्द करने में लगे थे और इन्हें राजनीतिक सरंक्षण भी मिलता रहा है।
डीएम प्रभु नारायण सिंह के अनुसार जिला प्रशासन द्वारा एक एंटी भूमि माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया था, जिसने सिंचाई, लोक निर्माण,आगरा विकास प्राधिकरण और वन विभाग की भूमि को अपना बताकर उसे खुर्दबुर्द किया। ऐसे छह लोगों को भू-माफिया घोषित किया गया है।
जानकारी के मुताबिक डीएम द्वारा सुरेंद्र सिंह, ब्रजेश कुमार, नरेंद्र सिंह, कपुरा और निरंजन कुमार को सरकारी जमीन हड़पने का दोषी पाया गया है। ये सभी राजनीतिक संरक्षण प्राप्त लोग है। इनके द्वारा 10 करोड़ से ज्यादा का नुकसान सरकार का किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रवेंद्र सिंह नाम के एक और बसपा नेता के खिलाफ भी जांच चल रही है। इनके द्वारा एडीए की जमीनों को बेचने का आरोप है। उन्होंने बताया कि आगरा जिले में अभी तक करीब 60 करोड़ की विभिन्न विभागों की जमीन को भूमाफिया से मुक्त करवाया जा चुका है।
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