पंजाब दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई चूक के बाद अब किसान संगठन और पुलिस आमने-सामने आती दिख रही है। किसान नेता सुरजीत सिंह फूल का कहना है कि किसान तो भाजपा कार्यकर्ताओं का काफिला समझकर रास्ता रोक रहे थे। यह तो एसएसपी ने उन्हें बताया कि उस स्थान से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरने वाला है। दूसरी ओर, एसएसपी फिरोजपुर ने इसे झूठ बताते हुए किसान नेता पर मानहानि का केस दर्ज करवाने की बात कही है। वहीं, आइजी फिरोजपुर इंदरबीर सिंह ने कहा कि जिस जगह काफिला रोका गया, वहां मोगा के एसएसपी की ड्यूटी थी।
बता दें, बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को किसानों के विरोध कारण फिरोजपुर से वापस लौटना पड़ा था। जिस रास्ते से प्रधानमंत्री का काफिला गुजरना था, वहां किसान कैसे पहुंचे? पुलिस सुरक्षा में इतनी बड़ी चूक को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा है। प्यारेआना गांव, जहां प्रधानमंत्री का काफिला रोका गया, फिरोजपुर से 12 किलोमीटर और रैली स्थल से 8 किलोमीटर दूरी पर है। यहां से हुसैनीवाला शहीद स्मारक की दूरी लगभग 21 किलोमीटर है। प्रधानमंत्री मोदी को दोपहर 12 बजे शहीद स्मारक पर शहीदों को श्रद्धांजलि देना था, लेकिन बारिश कारण वे देरी से फिरोजपुर पहुंचे। सूचना मिलने पर किसानों ने प्यारेआना फ्लाईओवर पर रास्ता बंद कर दिया। रास्ता न खुलने पर 20 मिनट के इंतजार के बाद प्रधानमंत्री वापस बठिंडा लौट गए।
भारतीय किसान यूनियन के नेता सुरजीत सिंह फूल ने कहा कि किसान प्रधानमंत्री के आने पर रोष जता रहे थे। सुबह वे फिरोजपुर के पास फिरोजशाह में एकत्र हुए और 11 बजे के बाद फिरोजपुर की ओर कूच करने लगे। रास्ते में पुलिस वाले तैनात थे, जिन्होंने किसानों को आगे जाने से रोका। लगभग सवा 12 बजे उनको एसएसपी फिरोजपुर ने बताया कि रास्ता साफ कर दो। इस मार्ग से प्रधानमंत्री का काफिला आ रहा है। लेकिन सड़क पर वाहनों की आवाजाही हो रही है। सुरजीत सिंह फूल ने सवाल उठाया कि अगर प्रधानमंत्री को उस रास्ते से गुजरना था तो सड़क दोनों तरफ से खाली होती। लेकिन ऐसा नहीं था। किसानों ने सोचा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की गाडि़यां निकालने के लिए उनसे झूठ बोला जा रहा है। इसलिए वे प्यारेआना फ्लाईओवर पर ही धरने पर बैठ गए। हालांकि किसान पहले केवल डीसी कार्यालय तक जाने वाले थे। फूल ने कहा कि उन्हें मालूम नहीं था कि सड़क पर वाहनों के पीछे प्रधानमंत्री का काफिला है।
वहीं, इस संबंध में एसएसपी फिरोजपुर हरमनदीप सिंह हांस का कहना है कि वह प्रधानमंत्री के काफिले के साथ बठिंडा से निकले थे। किसान नेता जिस जगह की बात कर रहे हैं, वहां उनकी ड्यूटी थी ही नहीं। उन्होंने कहा कि वे किसान नेता की बयानबाजी के खिलाफ मानहानि का दावा करेंगे। बहरहाल, जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी कि सच कौन बोल रहा है।
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