मध्य प्रदेश स्थित इंदौर के तेजाजी नगर में अंग्रेजी नए साल की पार्टी में 400 से अधिक लोगों के कन्वर्जन का प्रयास किया गया। एक ईसाई दंपति पर आरोप है कि उनके द्वारा 2022 की रात न्यू ईयर पार्टी के नाम पर 400 से अधिक वनवासियों को जुटाया गया था। लेकिन हिन्दुत्व निष्ठ संगठन के कार्यकर्ताओं को जब इसकी भनक लगी तो उन्होंने मौके पर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया। मामले के तूल पकड़ते ही जब पुलिस पहुँची, इससे पहले ईसाई दंपति फरार हो गए।
खबरों के अनुसार पुलिस ने उक्त ईसाई दंपति के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए भीड़ जुटाने के लिए कोरोना कर्फ्यू के उल्लंघन का प्रकरण दर्ज किया है। तेजाजी नगर थाना प्रभारी आरडी कानवाके अनुसार 31 दिसंबर की रात करीब 12 बजे शिकायत मिली थी कि ग्राम सनावदिया स्थित बंद कालेज में सैकड़ों लोग एकत्र होकर नववर्ष मना रहे हैं। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची तो आयोजक मनीष जाट और उसकी पत्नी मनीषा जाट निवासी गुहाना, सोनीपत फरार हो गए। जब जानकारी की तो पता चला कि ग्राम सनावदिया के पैरामेडिकल कॉलेज में वनवासियों को खाने और प्रार्थना के लिए जमा किया गया था। अब भीड़ में शामिल लोगों को चिह्नित किया जा रहा है, साथ ही आरोपितों की तलाश में भी छापे मारे जा रहे हैं। जांच की जा रही है कि वनवासियों को एक बड़े ग्राउंड में इकट्ठा करने के पीछे ईसाई दंपति की क्या मंशा थी। उल्लेखनीय है कि आरोपित मनीष एक NGO का संचालन करता है। इसी की आड़ में वह वनवासियों को कन्वर्ट कराने की साजिशें रचता रहता है। बहरहाल, मनीष और उसकी पत्नी की तलाश जारी है।
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